लड़की की आवाज ( girl’s voice) में 500 से अधिक युवाओं को फंसाया

नोएडा. आमतौर पर फिल्मों में ही देखा गया है कि लड़का लड़की की आवाज( girl’s voice) निकालते हैं, लेकिन नोएडा में ऐसा रियल लाइफ में देखने को मिला है. पुलिस ने ऐसे ही दो ठगों पकड़ा है जो लड़कों से लड़कियों की आवाज़ में बातकर अपनी ठगी के जाल में फंसाते थे. दोनों भाई जिगोलो बनाने के नाम पर ठगी करते थे. अमूमन इस तरह के मामलों में पीड़ित शर्म से सामने नहीं आते, लेकिन नोएडा के एक पीड़ित ने शिकायत की जिसके बाद साइबर सेल ने जांच शुरु की थी.
नोएडा सेक्टर-58 थाना पुलिस ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. दोनों भाई लड़कों को जिगोलो बनाने को नाम पर ठगी करते थे. दोनों भाई केतन अरोड़ा और चिराग अरोड़ा ने सोशल मीडिया पर राधिका फ्रेंड्स क्लब, ड्रीम फ्रैंड्स क्लब, साथिया फ्रेंड्स क्लब के नाम से पेज बनाकर लोगों को निशाना बनाया करते थे. पुलिस को मोबाइल फोन से अबतक 500 चैट्स की जानकारी मिली है.
’12वीं पास ने 500 से ज्यादा को बनाया शिकार’
पुलिस के मुताबिक दोनों भाई महज़ 12वीं पास है, लेकिन दोनों ने पूरे देश में लगभग 500 लोगों को अपना शिकार बनाया है. ये लोग युवकों से कभी मेंबरशिप के नाम पर पैसा लेते तो कभी कस्टमर से मिलवाने के नाम पर ठगी किया करते थे. आरोपी भाई नामी स्पा सेंटर और होटल मे हाई प्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराने के नाम पर भी पैसा ठग लिया करते थे. इस तरह एक पीड़ित से दोनों भाई एक से डेढ़ लाख रुपए तक ठग लिए.
आरोपियों के पास से मिली ये चीजें
एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि आरोपियों के पास से 13 मोबइल, 10 डेबिट कार्ड, 3 आधार कार्ड, पैन कार्ड, फ़र्ज़ी पते पर लिए गए 4 सिम और 29 हज़ार कैश और 5 बैंक खाते मिले हैं. आरोपी महिला की आवाज़ मे ग्राहक बनकर लोगों से बात किया करते थे. आरोपियों के पास 500 लोगों की चैट भी मिली है. मामले में अभी और जांच की जा रही है.
सीवर में काम करने वाले शख्स की हुई ऐसी हालत, त्वचा के भीतर रेंगने लगे कीड़े, डॉक्टर्स भी हुए हैरान
स्पेन में एक सीवर कर्मचारी को अपनी त्वचा के भीतर कीड़े रेंगते महसूस हुए. डॉक्टर्स बताते हैं कि ये शख्स “सीवेज मैनेजमेंट में काम करता था और उसने अपना सारा जीवन स्पेन के एक शहरी इलाके में रहकर बिताया. मरीज की इम्यूनिटी कमजोर हो गई थी जिससे उसे काफी ज्यादा संक्रमण हो गया जो कि एक संभावित घातक स्थिति थी जिसमें लार्वा काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं जिससे सेप्सिस और ऑर्गन फेलियर तक हो सकता है.
स्पेन में एक सीवर कर्मचारी को अपनी त्वचा के भीतर कीड़े रेंगते महसूस हुए. न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन ने इस घटना को प्रकाशित किया है. जाम प्रेस की खबर के मुताबिक 64 साल के सीवर ट्रीटमेंट कर्मचारी को डायरिया और खुजली वाले दाने हो गए.अपनी परेशानी का इलाज लेकर ये शख्स मैड्रिड के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल गया. यहां डॉक्टर्स ने उसे बताया कि वह स्ट्रांगिलोइड्स स्टेरकोरेलिस के संपर्क में आ गया ह…
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ये नेमाटोड आम तौर पर इंसान की त्वचा और दूषित मिट्टी के बीच संपर्क में आने से फैलते हैं. वेबसाइट के मुताबिक “मेजबान, इंसान के शरीर में प्रवेश करते हैं और आंतों तक पहुंचते हैं जहां वे परिपक्व होकर वयस्क होते हैं और अंडे देते हैं.” हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि सफाईकर्मी कैसे संक्रमित हो गया. डॉक्टर्स बताते हैं कि ये शख्स “सीवेज मैनेजमेंट में काम ..
स्ट्रॉन्गिलोइड्स आम तौर पर बिना लक्षण वाले होते हैं, इसके होने के बाद अक्सर सालों तक पता नहीं चलता है. डॉक्टर्स को संदेह है कि शुरू में इस शख्स के साथ ऐसा ही हुआ है. हालांकि, तब उन्हें घातक रीढ़ की हड्डी में हुई समस्या के लिए हार्मोन थेरेपी दी गई थी. इससे उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो गई , जिससे प्रभावी रूप से परजीवियों उनके शरीर में फैल गए.
नतीजतन, मरीज को काफी ज्यादा संक्रमण हो गया जो कि एक संभावित घातक स्थिति थी जिसमें लार्वा काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं जिससे सेप्सिस और ऑर्गन फेलियर तक हो सकता है. उसकी ऐसी हालत हो गई थी कि नेमाटोड सचमुच उसकी त्वचा के भीतर छटपटा रहे थे. शख्स की त्वचा पर आदमी की त्वचा पर लाल झालर जैसे चकत्ते दिखाई दे रहे हैं. फ्यूचरिस्म की रिपोर्ट के मुताबिक, कार्टून जैसे दिखने वाले टेढ़े-मेढ़े ये नेमाटोड हैं…