कोट में बटबारे की चल रहीं फाइल में अधिवक्ता ने पीड़ित के फर्जी हस्ताक्षर !
उपजिलाधिकारी कोट में बटबारे की चल रहीं फाइल में अधिवक्ता ने पीड़ित के फर्जी हस्ताक्षर कर प्रार्थना पत्र दे कर वाद को समाप्त करने को कहा गया ! उपजिलाधिकारी को मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर कराई जांच ,उपजिलाधिकारी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए अधिवक्ता से एक सप्ताह में स्पस्टिकरण मांगा ,प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बा घिरोर तहसील में उप जिलाधिकारी कोर्ट में प्रमोद आदि बनाम मुरारी आदि ग्राम ओरंगाबाद के नाम से बटबारे का मुकदमा 4, 1, 2022 से चल रहा था जिसमे अधिवक्ता प्रभात दुवे का बकालत नामा लगा था यह फाइल आदेश पर थी तभी अधिवक्ता दशरथ चौहान ने एक पर्थना पत्र कोर्ट में प्रस्तुत किया जिसमे वादी द्वारा किये गये बाद पर कार्यवाही को समाप्त करने के संबंध में दिया गया उपजिलाधिकारी शिवनारायण शर्मा को मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ तो उन्होंने मामले पर संज्ञान लिया
उप जिलाधिकारी शिवनारायण शर्मा ने बताया की इस वाद में अधिवक्ता प्रभात दुवे है दशरथ चौहान अधि कर्त नहीं है। और वादी प्रमोद कुमार के हस्ताक्षर भी नहीं है और नहीं उनके पूर्व नियोजित अधिवक्ता प्रभात दुवे को हटाकर उनके स्थान पर कोई और प्रार्थना पत्र दिया गया है जिससे न्यायलय में वाद की पैरवी करने समन्धित अभिशक पत्र प्रस्तुत किया गया है उपरोक्त संदिग्ध परिस्थितियों को देखते हुए उपजिलाधिकारी शिवनारायण शर्मा ने जांच के आदेश दिये है जिसमे जानकारी में पाया गया की पूर्व में रहे अधिवक्ता ने बताया की उनके द्वारा बाद की कार्यवाही को समाप्त करने विषयक किसी भी तथ्य पर अनभिज्ञता प्रकट करते हुए अवगत कराया गया कि वादी प्रमोद कुमार पक्ष की ओर से अब भी वह पैरवी कर रहे है
उपजिलाधिकारी शिवनारायण शर्मा ने तहसील वार एसोसिएसन के अधवक्ता को विना अधिकार न्यायलय में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर वास्तविक तथ्यों को छुपाया गया है तथा न्यायलय को भर्मित किया गया है इसके बारे में एक सप्ताह में स्पस्टिकरण देने को कहा गया है।