सभी प्रकार के अधिकारों से वंचित, राष्ट्रीय सुरक्षा और संवैधानिक देशद्रोह के बराबर: आफाक

लखनऊ। देश के नागरिकों के खिलाफ सभी अधिकारों से वंचित करना और उन्हें संविधान और न्याय से वंचित करना एक तरह का राष्ट्रीय सुरक्षा विश्वासघात है और अपराधियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू करके कड़ी सजा दी जानी चाहिए। यह बात सामाजिक कार्यकर्ता संगठन के संयोजक मुहम्मद अफाक ने आज यहां पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा, हमारे कई राजनेता और नौकरशाह भी लोगों को उनके मूल अधिकारों से वंचित करते हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के खिलाफ काम करते हैं, जिस पर मुकदमा चलना चाहिए, भले ही इसका मतलब गरीबों को शिक्षा से वंचित रखना हो, उन्होंने कहा। चाहे उन्हें उनकी नौकरियों से वंचित करना हो, या उन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें अवैध रूप से परेशान करना हो, वे तब तक गरीबों, दलितों और अल्पसंख्यकों का समान रूप से शोषण करते रहेंगे जब तक कि उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई नहीं की जाती। रोक के लिए सख्त सजा मिलनी चाहिए।