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स्मोकिंग (smoking!)के शौकीन हो जाएं सावधान! जवानी में ही हो जाएंगे बहरे

स्मोकिंग: एक-दूसरे से संवाद के लिए, दुनिया को सुनने के लिए कानों का होना जरूरी है. कान से सिर्फ सुनाई ही नहीं देता बल्कि ये शरीर में कई चीजों का बैलेंस भी रखते हैं. लेकिन आजकल हमारे आसपास ध्वनि प्रदूषण में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. सार्वजनिक आवाजें जो निकलती है वह तो अलग है, हम खुद भी हमेशा, मोबाइल, गैजेट आदि में उलझे रहते हैं. ये सब चीजें मिलकर हमारी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर रही है. अब नई रिसर्च की मानें तो सिगरटे, शराब (smoking!) भी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर रही है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में करीब 1.5 अरब लोगों को सुनने से संबंधित किसी न किसी तरह की समस्याएं हैं. 2050 तक ऐसे लोगों की संख्या 2.5 अरब तक पहुंच जाएगी. सबसे चिंता की बात यह है कि ज्यादातर युवा समय से पहले सुनने की अपनी क्षमता खो रहे हैं.

स्मोकिंग हीयरिंग लॉस को डेढ़ गुना बढ़ाती है
साइंस डायरेक्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसीन में प्रकाशित रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सिगरेट का सेवन करने के कारण हीयरिंग लॉस यानी सुनने की क्षमता का तेजी से क्षरण होता है. इसमें युवा सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. यानी अगर युवा उम्र में स्मोकिंग की जाए तो जवानी में ही बहरेपन की समस्या से जूझना होगा. यह अध्ययन 15.34 लाख लोगों पर किया गया. इनमें 2760 लोग बहरेपन का शिकार हो चुके थे. जो लोग हीयरिंग लॉस के शिकार हुए थे, उनमें अधिकांश सिगरेट पीने वाले थे. अध्ययन के मुताबिक बिना सिगरेट पीने वालों की तुलना में सिगरेट पीने वालों में हियरिंग लॉस की आशंका 1.30 प्रतिशत ज्यादा थी. हालांकि अगर सिगरेट छोड़ने के बाद हियरिंग लॉस का जोखिम कम हो जाता है. अध्ययन में कहा गया कि सुनने की क्षमता जब खत्म हो जाती है तो इससे डिप्रेशन की समस्या बढ़ती है और जीवन की गुणवत्ता में अचानक कमी आने लगती है. वहीं समझदारी का भी अभाव होने लगता है. स्मोकिंग में सबसे अधिक सिगरेट स्मोकिंग से नुकसान होता है.सुनने की क्षमता बढ़ाने के नियम
डॉ अनीता भंडारी ने सुनने की क्षमता में कमी न आए, इसके लिए तीन नियम सुझाए हैं. इन नियम के तहत पहला नियम यह है कि यदि मोबाइल में आप कुछ सुन रहे हैं तो उसका साउंड 60 प्रतिशत से कम रखिए. 80 प्रतिशत आवाज में एक दिन में 90 मिनट से ज्यादा न सुनें. दूसरा नियम यह है कि यदि आंख और नाक से संबंधित कोई भी संक्रमण है तो तुरंत इलाज कराएं. इनका सीधा संबंध सुनने की क्षमता से है. वहीं कान में कुछ भी डालकर साफ करने की कोशिश न करें. सुनने की क्षमता को सुरक्षित रखने के लिए तीसरा नियम यह है कि दो आवाज करने वाली चीजों जैसे कि फोन और रेडियो को निर्धारित सीमा में चालू करके कमरे के कोने में रख कर लॉक कर दें. दो से तीन मिनट कोई कविता या लेख पढ़ें. अब इसे देखकर दोहराएं.

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