कोरोना मरीजों की डाटा फीडिंग में गलती एवं लापरवाही करने पर डाटा आपरेटर पर होगी कार्यवाही: जिलाधिकारी
हरदोई। स्थानीय रसखान प्रेक्षागृह में समस्त एमओआईसी तथा डाटा इण्ट्री आपरेटरों की कोविड-19 के सम्बन्ध में आहूत प्रशिक्षण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमित की जानकारी आशा व आंगनबाड़ी से प्राप्त होने ही सबसे पहले उक्त संक्रमित मरीज का आधार एवं राशन कार्ड की आईडी के अनुसार नाम, पता, मोबाइल नम्बर, ब्लाक आदि का पूरा विवरण रजिस्टर पर अंकित करें और इसके पश्चात आरआरटी टीम के सदस्यों द्वारा उक्त पते पर पहुंच कर संक्रमित व्यक्ति की जांच की जायेगी और उसी के साथ मरीज के परिवार तथा आस-पड़ोस के कुछ घरों के अलावा संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आये व्यक्तियों की पहचान कर उनकी भी कोरोना जांच करेगें। उन्होने कहा कि संक्रमित व्यक्ति की जांच करने से पहले यह जानकारी अवश्य कर लें कि उसने इससे पहले भी कोरोना की जांच कराई है और अगर वह पूर्व में जांच करा चुका है तथा उसका नाम, पता, मो0 नम्बर आदि वहीं है तो उसे कम्प्यूटर पर पूर्व में रजिस्टर किये गये स्थान पर अपलोड किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि आरआरटी द्वारा जब सैंपल कलेक्शन तथा कन्साइनमेंट जेनेरेशन के लिए जाये और जांच में व्यक्ति में सिम्पटोमैटिक नहीं पाये जाते है तो उसे 5 से 10 दिन के लिए होम आईसोलेशन किया जायेगा और अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाये जाते है तो उसे एल-1 अस्पताल में भर्ती किया जायेगा। उन्होने कहा कि होम आईसोलेशन होने वाले व्यक्ति के घर में दो शौचालय, अलग हवादार कमरा तथा एक व्यक्ति देखरेख वाला होने पर ही होम आईसोलेशन की अनुमति दी जायें। कन्टेनमेंट जोन के संबंध में जिलाधिकारी ने एमओआईसी को निर्देश दिये कि ऐसे स्थानों पर गम्भीरता से प्रत्येक घर के हर व्यक्ति की कोरोना जांच करायें। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि श्रोत के आधार पर मरीजों के पंजीकरण, सैंपल कलेक्शन तथा कन्साइनमेंट जेनेरेशन, फैसिलिटी एलोकेशन तथा कन्टेनमेंट जोन में कांटेक्ट टेऊसिंग कार्य में जो बीच की कमियां है उन्हें दूर करें तथा आरआरटी एवं अन्य चिकित्सको एवं कर्मचारियों से समन्वय बना कर कार्यो में आशातीत प्रगति लायें। उन्होने सख्त निर्देश दिये कि इस प्रशिक्षण के उपरान्त मरीजों के पंजीकरण सहित अन्य कार्यो की डाटा फीडिंग में किसी भी सीएचसीध्पीएचसी के डाटा आपरेटर द्वारा गलत फीडिंग की गयी या लापरवाही बरती गयी तो उनके विरूद्व तत्काल कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त सीएचसीध्पीएचसी पर शासन द्वारा निर्धारित प्रारूप पर ही कोविड-19 की आख्या एक समान अंकित की जाये। प्रशिक्षण एलटी एवं वाहन की समस्या एमओआईसी द्वारा बताये जाने पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि शीघ्र प्रत्येक सीएचसीध्पीएचसी पर एक-एक अतिरिक्त एलटी तथा वाहन की व्यवस्था की जायेगी। प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सूर्यमणि त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 ए0के0शाक्य, सभी अपर व मुख्य चिकित्साधिकारी, एमओआईसी तथा डाटा एण्ट्री आपरेटर उपस्थित रहे।