उत्तर प्रदेश

इस एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कर चुके हैं 300 एनकाउंटर(encounters)

आईपीएस: प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सात गुनहगारों में से एक का एनकाउंटर (encounters) उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया है. इस एनकाउंटर में यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने अहम भूमिका निभाई है. प्रशांत कुमार 1990 के UP कैडर के आईपीएस ऑफिसर हैं. वर्तमान में UP पुलिस में बतौर एडीजी लॉ एंड पोस्टिड हैं. प्रशांत मूल रूप से बिहार से हैं. मिड दिसंबर 2022 से राज्य के सभी पुलिस कमिश्नर एडीजी लॉ एंड आईपीएसप्रशांत कुमार को रिपोर्ट करते हैं. ये आदेश DGP डीएस चौहान ने जारी किया था. ADG प्रशांत कुमार CM योगी के बेहद भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं.

बदमाशों को काबू करने के लिए
प्रशांत कुमार को वीरता के लिए 3 बार पुलिस पदक से नवाजा जा चुका है. 2020, 2021 में इन्हें मेंगैलेंट्री अवॉर्ड मिला था. राष्ट्रपति से वीरता का पुलिस पदक भी मिल चुका है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बदमाशों को काबू करने के लिए यूपी सरकार ने प्रशांत कुमार को एडीजी बनाया है.

प्रशांत कुमार 300 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके है. साल 1990 में जब से वे आईपीएस बने, तब से अब तक 300 से ज्यादा बार बदमाशों का खात्मा करने के लिए उनसे भिड़ चुके हैं.

इन गैंग में से कई बदमाश लगाए ठिकाने
यहां यूपी की जिन गैंग के नाम दिए गए हैं, उनमें से शायद ही कोई गैंग बचा हो, जिसके एक-दो बदमाश IPS प्रशांत ने अपनी टीम के साथ मिलकर ठिकाने नहीं लगाए हो. खूंखार संजीव जीवा, कग्गा, मुकीम काला, सुशील मूंछ, अनिल दुजाना, सुंदर भाटी, विक्की त्यागी, साबिर गैंग की.

 

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