गैंगस्टर-आतंकी गठजोड़ पर बड़ी कार्रवाई,(action )
नई दिल्ली. गैंगस्टर-आतंकी गठजोड़ पर बड़ी कार्रवाई (action ) करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने देश के कई राज्यों में छापेमारी की है. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़, यूपी, गुजरात, एमपी में 70 से ज्यादा जगहों पर एकसाथ एनआईएकी टीमें छापेमारी कर रही हैं. गैंगस्टर-आतंकी गठजोड़ को तोड़ने के लिए एनआईए की देश के कई हिस्सों में 6 महीनों में तीसरी बड़ी छापेमारी है. ये पूरी कार्रवाई एनआईए ने गैंगस्टर और उनके आपराधिक सिंडिकेट के खिलाफ दर्ज मामलों के संबंध में की है. पिछले 3 महीने में एनआईए ने एक लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जो पूछताछ की है, उसके आधार पर यह छापेमारी की जा रही है.
इसके अलावा पंजाब में जो अलग-अलग गैंग सक्रिय हैं, उनके गुर्गों के यहां एनआईए की ये छापेमारी की जा रही है. एनआईए की आज की छापेमारी का मकसद यह पता लगाना है कि गैंगस्टरों को हथियारों की सप्लाई कहां से मिल रही है. जिन प्रमुख गैंगस्टर सिंडिकेट के यहां यह रेड चल रही है, उनमें लारेंस बिश्नोई गैंग, काला जठेड़ी गैंग और नीरज बवाना गैंग शामिल हैं. गुजरात के गांधीधाम में लॉरेंस बिश्नोई के साथी कुलविंदर के यहां एनआईए की छापेमारी जारी है. बताया जाता है कि कुलविंदर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ लंबे समय से जुड़ा हुआ है. पहले भी बिश्नोई गिरोह के लोगों को शरण देने की मामले सामने आए थे. कुलविंदर अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट में भी जुड़ा हुआ है.
बताया जा रहा है कि कुल मिलाकर अब तक गैंगस्टर-आतंकी गठजोड़ और गैंगस्टर सिंडिकेट को लेकर एनआईए की यह चौथी रेड है. एनआईए की रेड के दौरान जिन प्रमुख बिन्दुओं पर जांच करनी है, उनमें ये मुद्दा भी शामिल है कि वसूली से गैंगस्टर जो पैसा वसूलते हैं, उसका इस्तेमाल कहां होता है. गैंगस्टरों को हथियार कहां से मिलते हैं. गैंगस्टरों के आर्म्स सप्लायरों का गोदाम या सोर्सिंग कहां कहां है. बड़े गैंगस्टरों की गिरफ्तारी के बाद उनके प्रमुख सक्रिय गुर्गे कौन-कौन हैं.