अतिक्रमण हटाने पहुंची रेलवे पुलिस प्रशासन को भारी विरोध का करना पड़ा सामना

पटना सिटी,गुलजारबाग रेलवे स्टेशन के पूरब मेहंदीगंज गुमटी के समीप रेलवे लाइन किनारे के भूखंड से गुरुवार दोपहर अतिक्रमण हटाने पहुंची रेलवे पुलिस प्रशासन को भारी विरोध का सामना करना पड़ा।इस दौरान एक दुकानदान ने आत्मदाह का प्रयास किया। महिलाओं और पुरुषों ने ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन भी किया।रेलवे के तथाकथित भूखंड पर बनी दुकान को तोड़ने के लिए दोपहर करीब 1:45 बजे जैसे ही जेसीबी आगे बढ़ी लोग उग्र हो गए। एक व्यक्ति जेसीबी के अगले हिस्से में जाकर लेट गया।
जमीनी विवाद पर किशोरी के साथ की मारपीट
इस दौरान एक दुकानदान ने आत्मदाह का प्रयास किया। महिलाओं और पुरुषों ने ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन भी किया।रेलवे के तथाकथित भूखंड पर बनी दुकान को तोड़ने के लिए दोपहर करीब 1:45 बजे जैसे ही जेसीबी आगे बढ़ी लोग उग्र हो गए। एक व्यक्ति जेसीबी के अगले हिस्से में जाकर लेट गया।आग लगने से ठीक पहले दुकानदार और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बहस हुई थी।
जमकर पथराव, पुलिस व अधिकारी जान बचाकर भागे
पुलिस प्रशासन द्वारा रेलवे लाइन किनारे बने पक्का मकान व दुकान को तोड़ने का प्रयास करने के दौरान आग लगने की घटना के बाद उग्र हुई भीड़ ने अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम पर पथराव शुरू कर दिया।
रेलवे पुलिस, अधिकारी व कर्मी जान बचाकर भागे। भीड़ ने जेसीबी पर पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना के बाद मेहंदगीगंज, आलमगंज, अगमकुआं समेत कई थानों की पुलिस घटना स्थल पहुंची। लोग तितर-बितर हो गए, लेकिन घटनास्थल पर तनाव बरकरार है।1932 से पहले से रह रहे, जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे
मेहंदीगंज गुमटी से पश्चिम में रेलवे लाइन किनारे दर्जनभर पक्का निर्माण है। इसमें मकान, हार्डवेयर दुकान, चाय नाश्ते की होटल व अन्य दुकानें खुली हैं। अतिक्रमण हटाने के लिए रेलवे पुलिस व अधिकारी दलबल के साथ पहुंचे थे। इस कार्रवाई को रोकने की गुहार लगाते हुए आंदोलन कर रहे महिला-पुरुष ने कहा कि उनके पूर्वज 1932 से पहले से यहां रहते आ रहे हैं।रेलवे प्रशासन द्वारा नौ फरवरी को नोटिस दिया गया था। नोटिस की अवधि समाप्त होते ही गुरुवार को टीम अतिक्रमण हटाने पहुंच गई।प्रभावित लोगों का कहना था कि मामला न्यायालय में लंबित है। 24 फरवरी को सुनवाई होनी है। ऐसे में अधिकारी से दो दिन की मोहलत मांग रहे थे।
आग में झुलसे दुकानदार के परिजन
रोते स्वजन षड्यंत्र की बात कहते रहेआग से झुलसे दुकानदार अनिल कुमार व अन्य लोगों के स्वजन रो-रोकर एक ही बात कह रहे थे कि राजनीतिक षड्यंत्र रचकर पूरी कार्रवाई की गई है।जख्मी अनिल की पत्नी व भाभी ने कहा कि घायल को कुछ हुआ तो साजिश के तहत की गई इस कार्रवाई के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ेंगे।
रेलवे की चहारदीवारी है अधूरी
घटनास्थल पर मौजूद पुलिस व अधिकारी का कहना था कि गुलजारबाग रेलवे स्टेशन से लेकर पटना साहिब रेलवे स्टेशन तक सुदर्शन पथ किनारे दीवार खड़ी की गई है।सड़क और रेलवे लाइन को सुरक्षित करने के लिए यह जरूरी था। इस बीच मेहंदीगंज गुमटी के समीप इस अतिक्रमण के कारण कुछ दूरी तक चहारदीवारी नहीं हो सकी है।