जम्मू-कश्मीर में मिले लिथियम(lithium ) भंडार पर आतंकियों की भी नजर है.

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में ‘अरबों-खरबों का खजाना’ मिला है. सफेद सोना कहा जाने वाले लिथियम (lithium ) का भंडारजम्मू के रियासी जिले में मिला है. अब भारत के इस खजाने पर आतंकियों की नजरें टिक गई हैं. एक आतंकी संगठन ने सरकार को धमकी भरा पत्र जारी किया है. आतंकवादी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने सोमवार को धमकी भरा पत्र जारी जारी किया है. आतंकियों ने पत्र में कहा है कि वह किसी भी परिस्थिति में वह जम्मू-कश्मीर के संसाधनों के ‘शोषण’ और ‘चोरी’ की अनुमति नहीं देगा.
आतंकवादी संगठन ने अपने बयान में आगे कहा है कि यह संसाधन जम्मू-कश्मीर के लोगों के हैं और जम्मू-कश्मीर के लोगों की बेहतरी के लिए इनका इस्तेमाल होना चाहिए. आतंकी संगठन ने कंपनियों को धमकी देते हुए आगे कहा कि जो भी कंपनी जम्मू-कश्मीर में खनन का काम करेगी, उस पर हमला होगा.
गौरतलब है कि देश में पहली बार लिथियम का बड़ा भंडार मिला है. केंद्रीय खान मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के सलाल-हैमाना क्षेत्र में 59 लाख टन लिथियम मिला है. यह गांव माता वैष्णो देवी की पहाड़ियों के पास ही स्थित है. यह पहला प्रमुख लिथियम का भंडार है जो भारत में पाया गया है. इससे पहले पिछले साल कर्नाटक के मारवागल्ला में भी 1600 टन लिथियम पाया गया था.