एशिया के सबसे बड़े एयर शो (air show)का पीएम मोदी आज करेंगे आगाज़,

बेंगलुरु. अमेरिका, रूस और चीन समेत दुनिया के तमाम ताकतवर देशों को इस बात का गुमान था कि उन्नत किस्म के हथियार बनाने की तकनीक बस उनके पास है और हथियार निर्माण में उनके वर्चस्व को कोई चुनौती नहीं दे सकता. हालांकि पिछले एक दशक में भारत ने उन ताकतवर देशों के न सिर्फ चुनौती दी, बल्कि एक एसा स्वदेशी इकोसिस्टम तैयार कर दिया, जिससे भारत अब आत्मनिर्भर हो गया है. इसके साथ ही दुनिया के उन तमाम छोटे देश जिनका रक्षा बजट कम है और वो महंगे हथियार या प्लेटफ़ॉर्म ख़रीद पाने में सक्षम नहीं हैं, उनकी आस भी भारत में बढ़ा दिया है.
इसकी कड़ी में बेंगलुरु में सोमवार को शुरू होने वाले एयरो इंडिया (air show) 2023 शो में भारत की स्वदेशी ताक़त का नजारा दिखाई देगा. दो साल में एक बार होने वाले इस एयरो इंडिया में भारत अपने स्वदेशी फाइटर जेट, यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, अटैक हैलिकॉप्टर, ड्रोन और मिसाइलों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने जा रहा है. इस एयरो इंडिया में 32 देशों के रक्षा मंत्री डिफेंस मिनिस्टर कॉनक्लेव में शिरकत कर रहे हैं, जबकि 29 देशों के वायुसेना अध्यक्ष शामिल होंगे. एयरो इंडिया को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘रक्षा मंत्रियों के साथ बैठक का नाम स्पीड दिया गया है. हमारा विश्वास है कि यह मित्र देशों के साथ चुनौतियों से निपटने की स्पीड प्रदान करेगा, वहीं डिफेंस सेक्टर में साइबर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सहित मैन्युफैक्चरिंग में नया मकाम हासिल करेंगे.’
एयरो इंडिया के लिए 800 से अधिक कंपनियों ने किया रजिस्टर
एयरो इंडिया के 14वे संस्करण में देश-विदेश की 800 से ज़्यादा कंपनियों ने खुद को रजिस्टर किया है और अपने छोटे से लेकर बड़े प्रोडक्ट की नुमाइश लगा रही हैं. 13 से 17 फ़रवरी तक चलने वाले इस एयरो इंडिया में शुरुआती 3 दिन बिज़नेस डे और बाक़ी के 2 दिन आम जनता के लिए रखा गया है, जब वो इस एयरो शो को देख पाएंगे. इस मौक़े पर खास फ्लाई-पास्ट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वायुसेना, एचएएल, डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और थलसेना के लड़ाकू विमान, हेलिकॉप्टर और ड्रोन हिस्सा लेंगे.
इस बार एयरो शो का थीम रखा गया है, ‘मेड इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड’ यानी दुनिया के लिए भारत के बनाए हुए विमान और हथियार…. वहीं इस एयरो-इंडिया की टैगलाइन ‘रनवे टू ए बिलियन ऑपरचुनिटी’ है.
आसमान में दिखेंगे DRDO के दो खास ड्रोन
इस एयरो शो में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की तरफ से इस बार स्वदेशी एयरक्राफ्ट्स और हेलिकॉप्टर्स के साथ-साथ डीआरडीओ के दो खास ड्रोन भी आसमान में दिखाई देंगे. इनमें से एक ड्रोन है तपस और दूसरा ड्रोन है ‘आर्चर’ … और जिस वक्त फ्लाई पास्ट हो रहा होगा तो उससे ज़्यादा ऊंचाई पर उड़ रहा डीआरडीओ का ड्रोन ‘तपस’ न सिर्फ़ सब कुछ रिकॉर्ड कर रहा होगा, बल्कि उससे लाइव फ़ीड भी दिखाया जाएगा. इसके अलावा इस एयरो शो में डीआरडीओ का बनाया आर्म्ड या कहे अटैक ड्रोन पहली बार दुनिया के सामने होगा.
हेलिकॉप्टर निर्माण में दुनिया की नई सनसनी बन रहा भारत
इस एयरो शो के दौरान फ्लाई पास्ट में HAL की आत्मनिर्भर फ्लाइट फॉरमेशन खास सुर्ख़ियां बटोरने वाली है. इस फॉरमेशन में 15 स्वदेशी हेलीकॉप्टर, जिनमें LCH-प्रचंड, ALH ध्रुव और लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, जिसकी फ़ैक्टरी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को समर्पित की है… वो शामिल रहेंगे. इसके अलावा फिक्सड-विंग एयरक्राफ्ट में LCA-ट्रेनर, HTT-40, आईजेटी और हॉक-आई शामिल रहेंगे. वहीं भारतीय वायुसेना के रफाल, सुखोई, एलसीए तेजस, मिराज 2000 और मिग-29 भी फ्लाई पास्ट में हिस्सा लेंगे. और मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, सी-17 और सी-130 सहित टोही विमान भी शिरकत करेंगे. देश के पहले सुपरसोनिक कॉम्बैट ट्रेनर एयरक्राफ्ट के डिज़ाइन को दुनिया एयरो इंडिया के दौरान देखेगी.
इस दौरान DRDO की तरफ से कुल मिलाकर 330 प्रोडक्ट और तकनीक को प्रदर्शित किया जाएगा, जिनमें अस्त्र, लॉन्ग रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल (LRSAM), क्विक रिएक्शन सर्फेस टू एयर मिसाइल ( QRSAM), SAM, नेक्स्ट जेनेरेशन एंटी रेडियेशन मिसाइल, स्मार्ट एंटी एयरफील्ड वेपन और निर्भय मिसाइलें होंगी.
डीआरडीओ की तरफ से फ्लाइंग डिस्प्ले में एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम, एलसीए तेजस और एलसीए-नेवी हिस्सा लेंगे. बहरहाल एशिया के सबसे बड़े एयर शो एयरो इंडिया पर पूरे देश की नजर बनी हुई है और इस शो को इस लिहाज से पेश किया जाएगा कि दुनिया तकनीक के मामले में भारत का दम देख सके.