सीआरपीएफ (CRPF )47 बटालियन को मिली बड़ी सफलता.
गया. बिहार के गया में जिला पुलिस , 205 कोबरा, सीआरपीएफ 159 बटालियन और सीआरपीएफ (CRPF ) 47 बटालियन को एक बड़ी कामयाबी मिली है. गया पुलिस ने सुरक्षा बलों की मदद से छकरबंधा के जंगली क्षेत्रों से नक्सलियों के द्वारा छुपाए गए अत्याधुनिक हथियार, कारतूस व आईईडी बरामद किया है. मिली जानकारी के अनुसार 205 कोबरा, सीआरपीएफ 159 बटालियन, सीआरपीएफ 47 बटालियन की टीम ने सर्च ऑपरेशन के दौरान हथियारों को बरामद किया. इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष कुमार भारती ने अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी.
एसएसपी आशीष कुमार भारती ने बताया कि सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने जंगलों में आईडी और हथियार को छिपाकर रखा था, जिसे 205 कोबरा, सीआरपीएफ 159 बटालियन, सीआरपीएफ 47 बटालियन के द्वारा सर्च ऑपरेशन के दौरान बरामद किया. इस दौरान सुरक्षा बलों ने एके-47, एक एसएलआर राइफल, एक स्प्रिंगफील राइफल, तीन मैगजीन और 90 राउंड कारतूस बरामद किया है. साथ ही एक स्पेशल आईडी बरामद किया गया जिसे विनष्ट कर दिया गया.
वरीय पुलिस अधीक्षक गया के निर्देशन में गया पुलिस, अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ 159 बटालियन, कोबरा 205 बटालियन, सीआरपीएफ 47 बटालियन एवं एसटीएफ के द्वारा संयुक्त कार्यवाही में IED, AK 47 एवं अन्य राइफल, गोली इतियादी लुटुआ थाना के नक्सल प्रभावित पहाड़ी/जंगल क्षेत्र से बरामद किया गया है।
दरअसल लुटवा और छक्कर बंधा के जंगली क्षेत्र करीबादोहा व टिकवाथान जंगली इलाके में जिला पुलिस और सुरक्षा दलों ने सघन छापेमारी कर नक्सलियों के द्वारा बनाए गए बंकर से बरामद किया गया है. इस अभियान में सीआरपीएफ की 159 वीं बटालियन, 205 कोबरा 47 कोबरा व एसटीएफ के संयुक्त नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई है. दरअसल हाल ही के दिनों में कांबिंग ऑपरेशन के दौरान लगातार पुलिस टीम को सफलता मिल रही है. इसे महज संयोग कहें या माओवादियों के द्वारा रची गई साजिश, क्योंकि पूर्व के वर्षों में ऐसी कई घटनाएं हुई है जब माओवादियों ने अपने हथियार कारतूस व बारूदी सुरंगों की पुलिस के हाथों बरामदगी कराकर जंगल में अंदर आने का उत्साहित किया और फिर हमला किया.पिछले एक दशक में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है. लेकिन, इस बार काफी मुस्तैदी से जंगल में अपने जवानों के साथ घुसकर जमीन के अंदर छिपाकर रखे गए अत्याधुनिक हथियार को बरामद किया गया है, जो कहीं ना कहीं आने वाले दिनों में सुरक्षाबलों को हानि पहुंचाने के लिए जमा किया जा रहा था. नक्सलियों के द्वारा जंगलों में कई जगह पर अभी भी सैकड़ों आईडी प्लांट किया गया है.