मोदी और शाह ने दिनकर को जयंती पर किया नमन
नयी दिल्ली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर को उनकी जयंती पर स्मरण और नमन करते हुए कहा उनकी कालजयी कविताएं साहित्य प्रेमियों को ही नहीं, बल्कि समस्त देशवासियों को निरंतर प्रेरित करती रहेंगी। ज्ञानपीठ पुरस्कार, पद्म भूषण और साहित्य अकादमी जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित राष्ट्रकवि दिनकर की आज 112वीं जयंती है। श्री मोदी ने राष्ट्रकवि को स्मरण कर कहा, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उनकी कालजयी कविताएं साहित्यप्रेमियों को ही नहीं, बल्कि समस्त देशवासियों को निरंतर प्रेरित करती रहेंगी। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उनकी कालजयी कविताएं साहित्यप्रेमियों को ही नहीं, बल्कि समस्त देशवासियों को निरंतर प्रेरित करती रहेंगी। श्री शाह ने कहा, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर जी अपनी उपाधि के अनुरूप साहित्य जगत में अपने लेखन के माध्यम से एक सूरज की भाँति चमके। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अपनी कलम की शक्ति से अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और आजादी के बाद अपने विचारों से समाज की सेवा की। राष्ट्रीय भावनाओं से ओतप्रोत अपनी कविताओं से ‘दिनकर जी ने राष्ट्रीयता के स्वर को बुलंद किया। देश के लोकतंत्र पर हुए सबसे बड़े आघात आपातकाल का उन्होंने निडर होकर विरोध किया और उनकी कविता ‘सिंहासन खाली करो कि जनता आती है उस आंदोलन का स्वर बनी। राष्ट्रकवि दिनकर को कोटिश: नमन। राष्ट्रीय भावनाओं से ओतप्रोत अपनी कविताओं से ‘दिनकर जी ने राष्ट्रीयता के स्वर को बुलंद किया। देश के लोकतंत्र पर हुए सबसे बड़े आघात आपातकाल का उन्होंने निडर होकर विरोध किया और उनकी कविता ‘सिंहासन खाली करो कि जनता आती है उस आंदोलन का स्वर बनी।