शनि गोचर (Shani Gocha)इन 6 राशियों के लिए है अशुभ, आर्थिक स्थिति में आएगी भारी गिरावट

शनि गोचर : भारतीय ज्योतिष के अनुसार शनि, मकर और कुम्भ राशि के स्वामी है। इनकी दिशा पश्चिम है तो वहीं इनका तत्व वायु है। शनि एक शक्तिशाली ग्रह है जिसमें बाधा, विनाश और अवसाद की शक्ति भी है। शनि तपस्या, दीर्घायु, वृद्धावस्था, एकाग्रता-ध्यान, अनुशासन, प्रतिबंध सद्गति –दुर्गति और न्याय का प्रतिनिधित्व करता है। शनि (Shani Gocha) के कुंभ राशि में इस प्रवेश से इन 6 राशियों की परेशानी बढ़ने वाली है। ऐसे में जानिए इस दौरान किन उपायों की मदद से आप गोचर के प्रभाव से बच सकते हैं।
1. वृष राशि
शनि आपके दसवें स्थान पर गोचर करेगा। शनि के इस गोचर से आपके पिता के स्वास्थ्य में थोड़ी दिक्कत आ सकती है। उन्हें पेट संबंधि तकलीफ हो सकती है ।इसके अलावा आपके जॉब या कार्यस्थल में व्यस्तता बढ़ने की संभावना है। साथ ही आपको फालतू के खर्चों से बचना चाहिए वरना आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ेगा। अशुभ स्थिति से बचने और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए-दस नेत्रहीन लोगों को आदरपूर्वक खाना खिलाएं।शराब और नॉनवेज को अवॉयड करें।
2. कर्क राशि
शनि आपके आठवें स्थान पर गोचर करेगा। शनि के इस गोचर से आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। खाने पीने का विषेश ध्यान रखें। हो सकें तो सुबह जल्दी उठकर व्यायाम करें या सैर पर जाएं। इसके अलावा आपको पिछले किसी बात का डर परेशान कर सकता है। डर से मुक्ति पाना जरूरी है, जिससे समस्याएं कम हो जाएं। अशुभ स्थिति से बचने और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए
चांदी का चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें या धारण करें। काली उर्द की दाल का दान करें।
3. सिंह राशि
शनि आपके सातवें स्थान पर गोचर करेगा। शनि के इस गोचर से आपके दांपत्य संबंध में थोड़ी नोकझोंक हो सकती है। शांत रहकर ठंडे दिमाग से काम लें वरना बात का बतंगड़ बन सकता है। आपके पार्टनर को बिजनेस में किसी कारण उम्मीद से कम प्रॉफिट होगा। बेहतर होगा कि बिजनेस के कारोबार में सोच-समझकर फैसला लें वरना आर्थिक पक्ष में गिरावट आ सकती है। अशुभ स्थिति से बचने और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए -काली गाय को रोटी खिलाएं।
भवन की दहलीज साफ रखें और उसकी पूजा करें।
4. कन्या राशि
शनि आपके छठवें स्थान पर गोचर करेगा। शनि के इस गोचर से आपके मित्र से किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। शत्रुपक्ष आपको परेशान करने की कोशिश कर सकता है। पेट या श्वास की तकलीफ को लेकर थोड़े परेशान हो सकते हैं । पार्टनरशिप में कोई काम कर रहे हैं तो आपको उसमें मित्र का सहयोग प्राप्त होगा। छात्रों का पढ़ाई में कम मन लगेगा। अशुभ स्थिति से बचने और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए नारियल या बादाम बहते पानी में प्रवाहित करें।काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
5. वृश्चिक राशि
शनि आपके चौथे स्थान में गोचर करने वाला है। शनि के इस गोचर से माता के स्वास्थ्य में थोड़ी गिरावट आ सकती है। अगर आप कोई नई जमीन लेने की सोच रहे हैं तो कुछ दिन रूक कर लें वरना परिणाम आपके इच्छा अनुसार नहीं होगा। आप कहीं जा रहे हैं तो वाहन सावधानी से चलाएं अन्यथा वाहन से धन की हानि हो सकती है। अशुभ स्थिति से बचने और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए-मजदूरों की सेवा करें।
शनि की वस्तु जैसे काले कपड़े लोहे के बर्तन आदि का इस्तेमाल करें।
6. धनु राशि
शनि आपके तीसरे स्थान में गोचर करने वाला है। शनि के इस गोचर से आप खुद को ताकतवर महसूस करेंगे। आंख से जुड़ी समस्या खत्म हो जाएगी। बदलाव आएगा जिससे आप अपनी बात को अच्छे रख पाएंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। पिछली किसी बात से अगर आप परेशान हैं तो वह समाप्त हो जाएगी। भाई-बहन के रिश्ते मजबूत होंगे, लेकिन जितना हो सके उनसे नोकझोक अवॉएड करें। शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिएहो सके तो किसी प्रज्ञाचक्षु को नेत्र की औषधि मुफ्त मे दें।
घर की दहलीज पर कील लगाएं।
7. कुंभ राशि
शनि आपके लग्न स्थान में गोचर करने वाला है। शनि के इस गोचर करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्या बन सकती है। आपका कोलेस्ट्रॉल यदि हो तो बढ़ सकता है। खाने-पीने पर ध्यान रखें स्वास्थ्य ठीक रहेगा। अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं तो कई रूकावटों का सामना करना पड़ सकता है। प्रॉपर्टी से जुड़े काम में आप इन्वेस्ट कर सकते हैं। घुटने या पैर में दर्द की समस्या बन सकती है। अशुभ स्थिति से बचने और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए
तवा, चिमटा या अंगीठी का दान करें।
शमी के पेड़ की पूजा करें और उसके जड़ की मिट्टी का तिलक लगाएं।