विद्युत करंट की चपेट में आए लाइनमैन के परिजन परेशान , पुलिस दर्ज नहीं कर रही मुकदमा !
कुरावली/मैनपुरी – कहते हैं कि विद्युत विभाग में काम करने वाले संविदकर्मी रात हो दिन चौबीस घंटे कार्य कर विद्युत उपभोक्ताओं को आपूर्ति उपलब्ध कराते हैं। वहीं रात दिन कार्य कोई और नहीं करवाते बल्कि इनसे विद्युत विभाग के अवर अभियंता और उपखंड अधिकारी ही करवाते हैं। जब इन्हें कार्य करते समय कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो ऐसे में कोई भी उनकी मदद के लिए अपने हाथ आगे ना बढ़ाकर अपना पलड़ा झाड़ लेते हैं।
- दरोगा पर घूस मांगने का पीड़ित के परिजनों ने लगाया आरोप
- विद्युत विभाग के एसडीओ नहीं करवाना चाहते कोई कार्यवाही
- उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने में होती है अहम भूमिका
क्या है पूरा मामला
दरअसल आपको बता दें कि यह पूरा मामला थाना कुरावली क्षेत्र का है। जहां के गांव मनौना निवासी पंकज कुमार पुत्र रूप लाल क्षेत्र में स्थित राजलपुर 33/11 विद्युत उपकेंद्र पर संविदाकर्मी लाइनमैन के पद पर तैनात था। जो कि इस उपकेंद्र से पोषित मनौना फीडर पर तैनात था। इसी से पंकज अपना और अपने परिजनों का भरण पोषण करता था।
कैसे हुई घटना
वहीं आपको बता दें कि संविदाकर्मी पंकज की पत्नी मंजू देवी ने बताया कि बीते 12 दिसंबर की सुबह करीब 09.00 बजे घर से ड्यूटी जाने की कहकर गए थे। वहीं जिसके बाद उसी दिन शाम करीब 06.10 बजे मेरे पति के द्वारा विद्युत लाइन सही करने के लिए विद्युत सब स्टेशन पर तैनात आशू से शट डाउन लिया और वह पोल पर चढ़ गए। जैसे ही वह पोल पर चढ़े उन्हें 11 केवी हाई टेंशन लाइन का करंट लग गया। जिससे वह बुरी तरस गए और नीचे जमीन पर जा गिरे। वहीं आसपास खेतों पर काम कर रहे लोगों ने जब घटना को देखा तो उन्होंने फोन कर जानकारी दी। जिसके बाद हम लोग मौके पर पहुंचे और उन्हें इलाज के लिए मैनपुरी जिला अस्पताल ले गए। जहां से उन्हें सैफई हायर सेंटर रेफर किया गया। लेकिन वहां से भी उन्हें दिल्ली के सफरजंग अस्पताल भेज दिया गया। जहां पर उनका इलाज चल रहा है।
एसएसओ ने निकाली व्यक्तिगत दुश्मनी
वहीं आपको बता दें कि 33/11 केबी विद्युत उपकेंद्र राजलपुर पर तैनात मनौना निवासी संविदाकर्मी लाइनमैन पंकज तैनात था। वहीं इसी गांव का निवासी इसी उपकेंद्र पर एसएसओ के पद पर तैनात हरविंद्र उर्फ़ आशू पुत्र शिशुपाल सिंह चौहान की भी तैनाती है। वहीं स्थानीय अन्य संविदाकर्मी लाइनमैनों ने बताया कि घटना के कुछ दिन पूर्व ही पंकज और आशू का झगड़ा हुआ था। जिसमें उसने करंट से मार डालने की धमकी दी थी। इस घटना को अंजाम देने के बाद उसने अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी निकाल ली। वहीं इस घटना से अन्य संविदाकर्मी लाइनमैन भी दहशत में हैं।
दरोगा पर घूस मांगने का पीड़ित के परिजनों ने लगाया आरोप
वहीं बुधवार को बुरी तरह से झुलसे संविदाकर्मी लाइनमैन पंकज के भाई मुकेश कुमार ने बताया कि उसका भाई थाना क्षेत्र के गांव राजलपुर बिजली घर पर लाइनमैन के पद पर तैनात था। जहां इसी 12 तारीख को मेरे भाई ने लाइन सही करने के लिए एसएसओ आशू से शट डाउन लिया था। जहां मेरा भाई करंट लगने से बुरी तरह झुलस गया और अभी उनका इलाज दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है। मामले में मेरी भाभी मंजू देवी पत्नी पंकज ने 16 तारीख को एसएसओ आशू के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी थी। लेकिन मामले में दरोगा विवेक कुमार ने अभी तक एसएसओ के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं किया। लेकिन अब दरोगा विवेक कुमार मुकदमा दर्ज करने के लिए दस हजार रुपए मांग रहे हैं।
उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने में होती है अहम भूमिका
आपको बता दें कि विद्युत सब स्टेशनों पर तैनात संविदाकर्मी लाइनमैन रात दिन मेहनत करते हैं। ताकि विद्युत उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से विद्युत आपूर्ति मिल सके। जिसके लिए वह धूप हो या कड़ाके की ठंड पड़े या फिर चाहे बारिश हो। वह बिना अपनों की परवाह किए विद्युत लाइन में आए फाल्ट को सही करने के लिए पहुंच जाते हैं। जहां वह कड़ी मेहनत कर फाल्ट को सही करते हैं।
एसपी से की शिकायत
वहीं इस मामले में गंभीर घायल संविदाकर्मी लाइनमैन पंकज की पत्नी ने आरोप एसएसओ आशू के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए पुलिस अधीक्षक कमलेश दीक्षित को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही के लिए गुहार लगाई है। जहां पुलिस अधीक्षक ने पीड़ित को कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया है।