
कोविड (cautious) की निगरानी रखने के लिए हर हफ्ते मध्यप्रदेश में नए कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के सैंपल का जीनोम टेस्ट कराया जाएगा। टेस्ट के लिए सैंपल भोपाल के एम्स और ग्वालियर स्थित रक्षा अनुसंधान प्रयोगशाला (डीआरडीओ) भेजे (cautious) जाएंगे। पुष्टि स्वास्थ्य संचालनालय के सीनियर अफसर ने की है।
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चीन में कोविड का संक्रमण जिस वैरिएंट BF.7 के कारण स्वास्थ्य संचालनालय के अफसरों ने बताया वैरिएंट का एक भी केस अब तक मध्यप्रदेश में नहीं है। चीन से फिर कोविड आ रहा है। हमें सावधान रहने की जरूरत है।
नए वैरिएंट पर सरकार सतर्क है। मप्र में संक्रमण को बढ़ने से पहले नियंत्रित करने के लिए कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपल्स की शत-प्रतिशत जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाएगी।
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तीन सैंपल को अलग-अलग लैब के माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने कोविड टेस्ट के लिए भेजे गए रिजेक्ट कर दिया है। सैंपल का मानक स्तर का नहीं होना बताया जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव मरीज के सैंपल का जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट भोपाल के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में होगी, वही जबलपुर, सागर और रीवा संभाग के मरीजों के नमूनों का जीनोम टेस्ट रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ग्वालियर में होगी।