अपेक्षाकृत छोटे लक्ष्य बाजार में बेचे जा रहे चीनी लड़ाकू जेट
चीन द्वारा विकसित जेट जेएफ-17 में रूसी आरडी-93 इंजन (chinese fighter jet) लगा खराबी के कारण पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गया है, बावजूद इसके देशों ने जेट जेएफ-17 में दिलचस्पी (chinese fighter jet) दिखाई है।
जेएफ-17 के लिए पाकिस्तान चीन की मध्यस्थता के बिना रूस से इंजन और स्पेयर पार्ट्स प्राप्त नहीं कर सकता है। रूसी आरडी-93 इंजन को ठीक करने के लिए चीनी नानजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी ने कई प्रयास किए, लेकिन इसके बाद भी ठीक नहीं हो सका।
चीनी लड़ाकू विमानों के मुख्य ग्राहक 1990 के दशक में पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, उत्तर कोरिया और कुछ अफ्रीकी देश थे। ये देश आज भी चीन के ग्राहक हैं। 1999 में बीजिंग और इस्लामाबाद ने जेएफ-17 के संयुक्त उत्पादन के समझौते पर हस्ताक्षर किए ,इसे एसयू-30एमकेआई, मिग-29 और मिराज-2000 के बराबर वाले लड़ाकू जेट के रूप में पेश किया गया था।