किडनैपर(Kidnapper’s) की कलाई में दांतों से काट चलती वैन से लगाई छलांग
गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कक्षा-5 में पढ़ने वाले छात्र का साहस चर्चा का विषय बना हुआ है. साहसी छात्र ने किडनैपर(Kidnapper’s) केहाथों को दांतों से काट चलती वैन से कूदकर खुद को छुड़ा लिया. बताया गया कि गाजियाबाद में इस महीने में यह तीसरी किडनैपिंग थी. लड़के के पिता धर्मेंद्र राठी ने सोमवार को बताया कि उनका 11 साल का बेटा आरव मुरादनगर के राधेश्याम विहार कॉलोनी स्थित उनके घर के पास बाजार से सब्जियां लेने गया था.
आरव लगभग शाम 6 बजे साइकिल चलाकर वापस घर आ रहा था, तभी उसी इलाके में आयुध कारखाने के पास रास्ता पूछने के लिए एक सफेद वैन लड़के के पास खड़ी हुई. शहर में कपड़े की दुकान चलाने वाले लड़के के पिता ने कहा कि छात्र को गाड़ी सवार लोगों पर शक हुआ, क्योंकि चारों लोगों के चेहरे ढंके हुए थे. जब तक छात्र कुछ समझ पाता उन्होंने उस पर घात लगाकर हमला कर दिया. किडनैपरों ने लड़के को वैन में अंदर ले लिया.
वैन से कूदकर भागा छात्र
छात्र के पिता धर्मेंद्र ने बताया कि जब वैन लगभग 4 किमी दूर द्वेधा गांव के पास पहुंची तो बच्चे ने देखा कि उसके अपहरणकर्ता ने एक कॉल उठाने के लिए अपना एक हाथ छात्र के ऊपर से हटा लिया, जिसके बाद मौका देखकर आरव ने किडनैपर की कलाई पर दांतों से काट लिया और दरवाजा खोलकर चलती वैन से बाहर कूद गया. आरव ने इलाके को पहचान लिया और उसने जीतपुर कॉलोनी में अपने दादा के घर की ओर दौड़ना शुरू कर दिया. इस दौरान वह ‘बचाओ बचाओ’ चिल्लाता रहा, जिसके कारण आरोपियों ने छात्र का पीछा करना बंद कर दिया. कुछ देर बाद छात्र आरव अपने दादा के घर पहुंच गया.
आरव जब दादा के घर पहुंचा तो उन्होंने आरव के माता-पिता को फोन कर सूचना दी. आरव के पिता ने बताया कि “जैसे ही हम पहुंचे, आरव अपनी मां के पास दौड़ा और रोने लगा.” आरव ने परिवार को बताया कि गिरोह के सदस्य आपस में फिरौती मांगने की बात कर रहे थे. आरव ने कहा, “उन्होंने मुझे धमकी भी दी कि अगर मैंने होशियारी दिखाने की कोशिश की तो वे मेरा और मेरी मां का गला काट देंगे.”
पुलिस ने दर्ज की FIR
छात्र के परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने कहा कि उन्होंने आईपीसी की धारा 364 (हत्या के लिए अपहरण) और 511 (आजीवन कारावास या अन्य कारावास के साथ दंडनीय अपराध करने का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने बताया कि अभी चारों आरोपियों की पहचान होनी बाकी है.