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वैश्विक कॉन्फ्रेंस ‘No Money for Terror’ में शामिल नहीं होंगे पड़ोसी मुल्क
एनआईए (neighboring country) के पास देश में खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए फंडिंग के पुख्ता सबूत हैं। कश्मीर के आतंकियों को भी टेरर फंडिंग होती है। आतंकियों को होने वाली टेरर फंडिंग को लेकर चार सत्र कॉन्फ्रेंस में आयोजित होंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी सत्र का शुभारंभ करेंगे। आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने वाले संगठन सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर टेटर फंड जनरेट करने का प्रयास करते हैं। रोक लगाने के लिए विभिन्न देशों के मध्य आपसी सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा।
इन तरीकों के मामलों में इस्तेमाल के पीछे एक ही मकसद होता है कि किसी भी तरीके से ट्रांजेक्शन को संबंधित राज्य की एजेंसियों की जांच से छिपा लिया जाए।