उत्तर कोरिया ने एक ‘अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल’ दागी

सियोल: दक्षिण कोरिया की सेना ने गुरुवार को कहा उत्तर कोरिया (North Korea) ने एक ‘अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल’ दागी है. यह नवीनतम मिसाइल फायरिंग प्योंगयांग द्वारा अमेरिका और उसके क्षेत्रीय सहयोगियों को ‘कठोर’ सैन्य प्रतिक्रिया की चेतावनी देने के कुछ ही घंटों बाद की गई. दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने एक बयान जारी कर कहा, ‘उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर में एक अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल दागी.’ इस क्षेत्र को जापान के सागर के रूप में भी जाना जाता है. उत्तर कोरिया ने गुरुवार को ही एक आधिकारिक बयान में कहा था, ‘अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ मिलकर क्षेत्र में अपनी सुरक्षा उपस्थिति को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है, जिसके जवाब में प्योंगयांग की ओर से भी ‘कठोर सैन्य कार्रवाई’ की जाएगी. वाशिंगटन ‘एक ऐसा जुआ खेल रहा है जिसका उसे पछतावा’ करना होगा.’
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री चो सोन हुई ने संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के बीच हालिया त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन की आलोचना की थी और चेतावनी दी थी कि हाल ही में उत्तर कोरिया पर अमेरिका-दक्षिण कोरिया-जापान शिखर सम्मेलन समझौते से कोरियाई प्रायद्वीप पर तनाव अधिक बढ़ जाएगा. चो का बयान रविवार को कंबोडिया में अपने दक्षिण कोरियाई और जापानी समकक्षों के साथ राष्ट्रपति जो बाइडन के त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन में उत्तर कोरिया की पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया थी. अपने संयुक्त बयान में तीनों नेताओं ने उत्तर कोरिया के हालिया मिसाइल परीक्षणों की कड़ी निंदा की और प्रतिरोध को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की थी. जो बाइडन ने दक्षिण कोरिया और जापान की परमाणु हथियारों सहित पूरी क्षमता के साथ रक्षा करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की थी.
चो सोन हुई ने कहा था कि अमेरिका-दक्षिण कोरिया-जापान शिखर सम्मेलन कोरियाई प्रायद्वीप की स्थिति को अधिक अप्रत्याशित चरण में लाएगा. उन्होंने यह नहीं बताया था कि उत्तर कोरिया क्या कदम उठा सकता है, लेकिन कहा कि अमेरिका अच्छी तरह से जानता होगा कि यह जुआ है, जिसके लिए वह निश्चित रूप से पछताएगा. आपको बता दें कि उत्तर कोरिया दृढ़ता से अपनी हालिया हथियार परीक्षण गतिविधियों को बनाए रखे हुए है. अमेरिका,जापान और दक्षिण कोरिया लगातार इस पर विरोध दर्ज कराकर बयानबाजी करते आ रहे हैं. एक सप्ताह पहले भी उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर में बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी. इस पर अमेरिका ने बयान जारी कर कहा था कि उत्तर कोरिया, रूस को हथियार सप्लाई करने का प्रयास कर रहा है. पहले भी अमेरिका की ओर से दावा किया जा चुका है कि यूक्रेन युद्ध में रूस मिसाइलों की कमी का सामना कर रहा है और उत्तर कोरिया से सहयोग मांगा है.