main slideबडी खबरें
7 साल मांगता रहा भीख फिर लौटा घर, सेना ने मरा समझकर शुरू कर दी थी पेंशन
बहरोड़ (अलवर).राजस्थान के एक आदमी की ये कहानी भले पूरी फिल्मी सी है, पर है सच। सात साल पहले कार एक्सीडेंट में सेना में हवालदार धर्मवीर यादव की याददाश्त चली गई थी। इस बीच भिखारी की तरह दर-दर भटकने वाले हवालदार की याददाश्त एक एक्सीडेंट के बाद वापस लौट आई और सात साल बाद वह अपने घर पहुंचा। हर कोई इनकी कहानी पर हैरान है।कहां भटक रहे थे धर्मवीर, कैसे लौटी याददाश्त, पढ़ें पूरा मामला…
– बता दें कि सात साल पहले अलवर जिले के भीटेड़ा कस्बा निवासी धर्मवीर की कार एक्सीडेंट में याददाश्त चली गई, वे लापता हो गए थे।
– इस कारण वे न घर पहुंचे, न वापस सेना में ड्यूटी ज्वॉइन की। वे पागलों की तरह दर-दर भटकते रहे। सेना ने भी उन्हें मरा समझ लिया।
– इतना ही नहीं उन्हें मरा मानकर उनकी पत्नी मनोज यादव के नाम पेंशन भी जारी कर दी गई।
– इस बीच हरिद्वार में भटक रहे धर्मवीर को पांच दिन पहले एक बाइक सवार ने टक्कर मार दी। सिर में गहरी चोट लगी, पर याददाश्त लौट आई।
– इलाज कराकर भीटेड़ा में सोमवार रात करीब एक बजे अपने घर पहुंच गए। दरवाजे पर दस्तक दी और जैसे ही परिजनों ने गेट खोला, सब अचंभित रह गए।
– किसी को भरोसा नहीं हो रहा था। घरवालों की खुशी इतनी कि आंसू रोके नहीं रुके। पिता कैलाश यादव और मां संतरा देवी ने गले लगा लिया।
– धर्मवीर अब 39 साल के हैं। उनके दो बेटी 19 वर्षीया संगीता और 17 साल की पुष्पा हैं।
2009 में हुआ था हादसा
– धर्मवीर 1994 में थल सेना के 66 आर्म्ड कोर में सिपाही के पद पर भर्ती हुए।
– देहरादून में 27 नवंबर 2009 की रात ड्यूटी जाते समय आर्मी की एंबेसेडर कार डिवाइडर से टकरा कर पलट गई।
– तबसे उनका कोई अता-पता नहीं था। सेना के अफसरों ने तीन साल बाद डेड अनाउंस कर धर्मवीर के परिजनों को डेथ सर्टिफिकेट, पीएफ, ग्रेच्युटी, लीव बेलेंस सेलरी स्वीकृत कर दे दी।
धर्मवीर ने सुनाई आपबीती
– धर्मवीर ने कार एक्सीडेंट के बाद क्या हुआ मुझे कुछ नहीं पता। देहरादून, रूड़की, हरिद्वार में पागल व भिखारी की तरह घूमना ही याद है।
– पांच दिन पहले हरिद्वार में एक बाइकर ने पीछे से टक्कर मार दी। इसके बाद लोगों ने हॉस्पिटल पहुंचाया।
– इस दौरान याद आ गया कि मैं धर्मवीर हूं और बहरोड़ का रहने वाला हूं।
– बाइकर ने ने पांच सौ रुपए देकर दिल्ली के लिए बस में बैठा दिया। इसके बाद वह घर पहुंचा।
क्या कहा आर्मी वेलफेयर अफसर ने?
अलवर के डिस्ट्रिक आर्मी वेलफेयर अफसर आरपी यादव ने कहा, “धर्मवीर सेना में ड्यूटी के दौरान देहरादून में रोड एक्सीडेंट में सात साल पहले गुम हो गया था।
– सोमवार रात को वह घर लौट आया। उसकी बटालियन के अफसरों को इन्फॉर्मेशन दे दी गई है।
– उन्होंने कहा, धर्मवीर की मानसिक हालत कमजोर होने से जांच कराई जा रही है।