प्रदेश के 644 गांव अब भी बाढ़ की चपेट में
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के 644 गांव अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं। इन गांवों में राहत एवं बचाव कार्य किये जा रहे हैं।
प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को बताया कि इस वक्त प्रदेश के 16 जिलों आम्बेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, मऊ, संत कबीर नगर, तथा सीतापुर के 644 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें से 300 गांवों का सम्पर्क बाकी हिस्सों से पूरी तरह कटा हुआ है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण अपना घर छोड़ने को मजबूर लोगों के ठहरने के लिये प्रदेश में कुल 373 बाढ़ शरणालय स्थापित किये गये हैं। साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिये 784 बाढ़ चौकियां भी स्थापित की गयी हैं। बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों को बाहर निकालने और राहत सामग्री पहुंचाने के काम में 414 नाव इस्तेमाल की जा रही हैं।
प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की कुल 29 टीमें लगायी गयी हैं। राज्य में इस वक्त गंगा नदी गायघाट (बलिया) में, शारदा नदी पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में और घाघरा नदी तुर्तीपार (बलिया) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।