अपराध

भिवानी में झुग्गी में रहने वाले युवक के पास मिला 59 किलो गांजा, नारकोटिक्स ब्यूरो के भी छूट गए पसीने !

बवानीखेड़ा -:  ( भिवानी ) -:  नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो टीम ने बवानीखेड़ा की झुग्गियों में छापेमारी की है। इस दौरान झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों से नशे की बड़ी खेप बरामद की गई है। छापेमारी के दौरान टीम को रविदास नाम के एक युवक 58 किलो 880 ग्राम गांजा बरामद हुआ। टीम के सदस्यों ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा के भिवानी में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम ने बवानीखेड़ा की झुग्गियों में छापेमारी कर 59 किलो गांजा बरामद किया है। इस दौरान एक युवक को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस बड़े सप्लायरों की तलाश में जुट गई है। राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की ओर से प्रदेशभर में नशा मुक्त हरियाणा-नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है

बड़े सप्लायरों की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस गिरफ्तार युवक के सहारे बड़े सप्लायरों की तलाश में जुट गई है। राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की ओर से प्रदेशभर में नशा तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान नशा मुक्त हरियाणा-नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में भिवानी यूनिट ने बवानीखेड़ा की झुग्गियों में सर्च अभियान चलाया। हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो उप पुलिस अधीक्षक रोहतक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि झुग्गी-झोपड़ी से बड़ी मात्रा में गांजा बरामद किया गया है।
 
झुग्गी में रहने वाले युवक के पास मिले 59 किलो गांजा – : हरियाणा एनसीबी यूनिट प्रभारी प्रोबेसनर व उप निरीक्षक बर्लिन ने बताया कि हरियाणा एनसीबी यूनिट भिवानी की एक टीम तोशाम मोड़ बवानीखेड़ा में थी। तभी गुप्त सूचना मिली कि गांव पपोसा में रविदास निवासी झुग्गी-झोपड़ी बवानीखेड़ा में रहने वाला गांजा बेचता है। जिसके बाद टीम ने बताई जगह पर छापा मारा और आरोपित को दबोच लिया। राजपत्रित अधिकारी एसडीओ प्रवीन सहरावत की मौजूदगी में तलाशी ली गई तो आरोपित रविदास से 58 किलो 880 ग्राम गांजा बरामद हुआ। इस संबंध में बवानीखेड़ा थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है
पानीपत का यह गांव हुआ नशा मुक्त
वहीं, एक दूसरे खबर की बात करें तो पानीपत जिले के समालखा में पुलिस ने नशा मुक्त हरियाणा अभियान के तहत सोमवार को कारकौली गढ़ गांव में ग्रामवासियों को नशे के दुष्परिणामों की जानकारी दी। जीवन में नशा न करने की शपथ दिलाई। वहीं, सरपंच हिमानी सैनी सहित ग्रामीणों की उपस्थिति में गांव को नशा मुक्त घोषित किया गया। कारकौली गढ़ अब जिला के नशा मुक्त घोषित गांवों की श्रेणी में शामिल हो गया है। गांव में नशामुक्ति का बोर्ड लगा दिया गया। अब कोई ग्रामीण नशे का कारोबार व सेवन करेगा तो सरपंच पर उसकी जवाबदेही होगी।
नशे से आर्थिक के साथ-साथ शारीरिक नुकसान
वह उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकेगा। पुलिस को सूचना भी देगा। मालूम हो कि जिले में इससे पहले 106 गांव व 41 कॉलोनियों को नशा मुक्त घोषित किया जा चुका है। अभियान के जिला नोडल अधिकारी डीएसपी नरेंद्र सिंह ने बताया कि नशे से आर्थिक नुकसान के साथ-साथ शारीरिक नुकसान होता है। नशा हमारे शरीर की शक्ति को खत्म कर उसे बीमारियों का घर बना देता है। अगर शरीर को नशे की लत पड़ जाती है, तो वह इतनी आसानी से नहीं छुटती है। नशा अच्छे भले शरीर को कंकाल बना देता है। नशे का सेवन करने वाला व्यक्ति समाज में अपना मान सम्मान खो देता है। परिवार के विकास को बेपटरी कर देता है।

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