लखनऊ में बर्थडे पार्टी का खाना खाकर 52 अस्पताल (52 hospitalized )में भर्ती

मोहनलालगंज (लखनऊ)लखनऊ में मोहनलालगंज के गौरा गांव में बर्थडे पार्टी में खाना खाने के बाद 90 से अधिक लोग बीमार हो गए। उल्टी-दस्त की चपेट में आ गए। देखते-देखते लोगों की हालत बिगड़ने लगी। इनमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं। आनन-फानन (52 hospitalized ) गंभीर हाल में मरीजों को सोमवार रात से अस्पताल ले जाने का सिलसिला शुरू हुआ। जो मंगलवार को भी जारी रहा। देर रात तक 52 मरीजों को भर्ती कराया जा चुका है। 10 से अधिक मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं। स्थानीय लोगों ने पानी की गड़बड़ी की भी आशंका जाहिर की है।
बर्थडे पार्टी में खाना खाने के बाद बिगड़ी तबीयत
सोमवार को गौरा में सनी रावत के एक वर्षीय बच्चे केशू के जन्म दिन की पार्टी आयोजित हुई। जिसमें पूरे मोहल्ले व कुछ रिस्तेदारों को बुलाया गया था। खाने में छोला-पूड़ी समेत दूसरे पकवान थे। खाना खाने के बाद देर रात्रि कई लोगों के पेट में दर्द के साथ उल्टी व दस्त होने लगी। कई लोगों ने निजी अस्पताल पहुंच कर दवाएं ली।
कुछ ही देर में बड़ी संख्या उल्टी-दस्त की चपेट में आने लगे। स्थानीय आशा ने ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों को सूचना दी। डॉक्टरों की टीम गांव पहुंची। एक साथ कई की हालत खराब देख एम्बुलेंस व कई समाजसेवियों की मदद से सभी बीमारों को सीएचसी मोहनलालगंज में भर्ती कराया गया।
एक साथ सीएचसी में 26 मरीज पहुंचाए गए। इससे वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। वार्ड में बेड कम पड़ गए। तो डेंगू से लेकर महिला वार्ड में मरीजों को भर्ती करना पड़ा। एक बेड पर दो-दो मरीजों को भर्ती करना पड़ा। कई बच्चों को बुखार भी था। उन्हें ठंड लग रही थी। कंबल कम पड़ गए। काफी देर बाद अस्पताल प्रशासन कम्बल की व्यवस्था कर पाया।
सीएमओ ने जताई नाराजगी
जानकारी पाकर सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल, डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन के साथ सीएचसी मोहनलालगंज पहुंचे। एक बेड पर दो-दो मरीजों को देख सीएमओ ने नाराजगी जताई। कहा इन मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट क्यों नही किया गया? जिसके बाद हरकत में आए अस्पताल प्रशासन ने सीएचसी में बने बीएमसी बिल्डिंग ने मरीजों को शिफ्ट किया।
डॉक्टरों की टीम गांव में तैनात
सीएमओ ने गांव पहुंच कर स्वास्थ्य टीम को गांव में ही कैम्प करने के आदेश दिए। सीएमओ ने कहा कि रात्रि में किसी की तबीयत खराब हो तो उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं दूसरे अस्पताल में मरीज को रेफर करने की जरूरत पड़े तो उसमें हिचके नहीं। तुरंत दूसरे अस्पताल में मरीज को रेफर करें। ऐहतियात के तौर पर एक एम्बुलेंस भी गांव में खड़ी कराएं। साथ ही पूरे मोहल्ले में क्लोरीन की गोली बंटवाएं। क्लोरीन युक्त पानी पीने की अपील की। गांव में पानी का टैंकर भेजा गया। जिसका पानी पीने की सलाह दी गई।
बच्चे की मां व पिता की भी तबीयत बिगड़ी
जिस बच्चे का जन्मदिन था उसका पूरा परिवार की बीमारी की चपेट में आ गया है। जिस बच्चे जन्मदिन था उसके पिता सनी, मां नेहा व बाबा जगन्नाथ की भी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया।