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4 दिन की प्लानिंग के बाद हुआ था तेवतिया पर हमला, 4 अरेस्ट, 17 साल पुरानी रंजिश
गाजियाबाद.बीजेपी नेता बृजपाल तेवतिया पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। बुधवार को आईजी मेरठ जोन सुजीत पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 1999 में पिता की हत्या का बदला लेने के लिए बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर तेवतिया को मारने का प्लान बनाया था। ये प्लानिंग 6 अगस्त से 10 अगस्त के बीच हुई थी। हमले में शामिल 8 लोगों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है। 17 साल पहले की थी दुश्मनी…
– सूत्रों के मुताबिक, 1999 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल सुरेश दीवान, ब्रजपाल तेवतिया की मुखबिरी की वजह से पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।
– मौत के बाद सुरेश के बेटे मनीष और भतीजे मनोज ने इसका बदला लेने की ठान ली।
पढ़े पूरा मामला
– राजनाथ सिंह के करीबी बीजेपी नेता बृजपाल तेवतिया पर 11 अगस्त की रात को गाजियाबाद के मुरादनगर में एके-47 से हमला हुआ था।
– फॉर्च्यूनर और क्वालिस से आए हमलावरों ने अंधाधुंध 100 राउंड गोलियां चलाईं।
– उन्हें छह गोलियां लगी थीं। फिलहाल वो नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल में आईसीयू में एडमिट हैं।
सपा नेता के घर के नजदीक हुआ हमला
– बृजपाल 11 अगस्त की रात 8 बजे घर लौट रहे थे। इसी दौरान वो सपा नेता आशु मलिक के घर के पास पहुंचे। तभी फॉर्च्यूनर और क्वालिस समेत तीन कारों में सवार बदमाशों ने उनकी एसयूवी घेरकर फायरिंग शुरू कर दी।
– तेवतिया के बॉडीगार्ड्स ने भी जवाबी फायरिंग की। बृजपाल को हाथ, पैर और सीने में 6 गोलियां लगीं। भागते वक्त बदमाशों ने पुलिस पर भी फायरिंग की।
– तेवतिया और बाकी घायलों लोकल हॉस्पिटल लाया गया। बाद में तेवतिया और एक साथी को नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
– राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह और विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह हालचाल जानने हॉस्पिटल पहुंचे थे।
– तेवतिया के बॉडीगार्ड्स ने भी जवाबी फायरिंग की। बृजपाल को हाथ, पैर और सीने में 6 गोलियां लगीं। भागते वक्त बदमाशों ने पुलिस पर भी फायरिंग की।
– तेवतिया और बाकी घायलों लोकल हॉस्पिटल लाया गया। बाद में तेवतिया और एक साथी को नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
– राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह और विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह हालचाल जानने हॉस्पिटल पहुंचे थे।
कौन हैं बृजपाल?
– गाजियाबाद के महरौली गांव के हैं। राजनाथ सिंह के करीबी माने जाते हैं। मुरादनगर से 2012 में बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन हार गए।
– आरएसएस से जुड़े रहे हैं। सीनियर बीजेपी नेताओं में गिने जाते हैं। दिल्ली पुलिस में सिपाही रह चुके हैं। इमेज एक बाहुबली नेता की है। मर्डर का आरोप लग चुका है।
– तेवतिया रिएल एस्टेट कारोबार से भी जुड़े हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उन्हें मुरादनगर सीट से बीजेपी के टिकट का दावेदार बताया जा रहा है।
– आरएसएस से जुड़े रहे हैं। सीनियर बीजेपी नेताओं में गिने जाते हैं। दिल्ली पुलिस में सिपाही रह चुके हैं। इमेज एक बाहुबली नेता की है। मर्डर का आरोप लग चुका है।
– तेवतिया रिएल एस्टेट कारोबार से भी जुड़े हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उन्हें मुरादनगर सीट से बीजेपी के टिकट का दावेदार बताया जा रहा है।