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BJP से नाराजगी पर 5 दावे ऐसे किए जो हकीकत से दूर हैं, केजरी से मिले थे सिद्धू

नई दिल्ली/चंडीगढ़.नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को दिल्ली में 10 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस तो की लेकिन वहां मौजूद मीडिया के लोगों की एक बात नहीं सुनी। वे बस बोलते गए। फिर उठकर चले गए। असल कहानी प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले शुरू हो गई थी। सूत्रों ने  बताया कि सुबह सिद्धू अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के साथ ब्रेकफास्ट टेबल पर थे। सिद्धू का इसी महीने AAP ज्वाइन करना तय था। लेकिन केजरीवाल के बिजी होने के कारण यह टल गया। वहीं, सिद्धू ने बीजेपी के बारे में जो 5 दावे किए, उसकी हकीकत भी काफी अलग है। सिद्धू केजरीवाल से कब मिले…
– सोमवार सुबह 8:30 बजे सिद्धू सीएम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से मिले। यह मुलाकात एक सरकारी भवन में हुई।
– तीनों ने एकसाथ ब्रेकफास्ट किया। उसके बाद ही मीडिया को मैसेज मिला कि सिद्धू 11:30 बजे घर पर कॉन्फ्रेंस करेंगे।
– जब सिद्धू प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो उन्होंने 18 जुलाई को राज्यसभा मेंबरशिप से इस्तीफा देने को लेकर चुप्पी तोड़ी, लेकिन पत्ते नहीं खोले।
– शेर-ओ-शायरी से इशारों में अकाली दल और बीजेपी पर हमला करते हुए काफी कुछ बोले-लेकिन बीजेपी छोड़ी या नहीं? आप में जाएंगे या नहीं? इस पर कुछ नहीं कहा।
सिद्धू ने क्यों पत्ते नहीं खोले
– सूत्रों के मुताबिक, सिद्धू का 29 जुलाई को आप ज्वाइन करना तय था। इसी को लेकर संभवत: नाश्ते पर उनकी केजरीवाल और सिसाेदिया से बातचीत भी हुई। लेकिन 29 तारीख को ही बिक्रम मजीठिया के मानहानि के मामले में केजरीवाल को अमृतसर कोर्ट में पेश होना है।
– इसके बाद 30 जुलाई से दो हफ्ते के लिए केजरी छुट्टी पर जा सकते हैं। ऐसा हुआ तो वे 12 अगस्त को लौटेंगे। ऐसे में सिद्धू 13 अगस्त के बाद ही आप में शामिल हो सकते हैं।
सिद्धू से सीधे सवाल
– सवा 9 साल से आप पंजाब में अकाली दल के साथ हैं। अब अचानक क्या हो गया था कि राज्यसभा छोड़ दी?
सिद्धू:
मैं अब खुद को गुलाम महसूस करने लगा रहा था। वे लोग पंजाब को खुशहाल नहीं होने दे रहे। इसलिए मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ।
– अब कहां जाएंगे?
सिद्धू:
नहीं पता कि कहां जाऊंगा। इस बारे में सोचना है। लेकिन, पंजाब काे संभालना है। अमृतसर को संभालना है।
– आप लगातर केजरीवाल के संपर्क में हैं। ये बात छिपा क्यों रहे हैं?
सिद्धू जवाब दिए बिना आगे बढ़ गए।
जो दावे किए, उनकी क्या है हकीकत?
1# दावा :सिद्धू ने कहा- इस्तीफा मैंने इसलिए दिया क्योंकि मुझे कहा गया कि पंजाब की तरफ मुंह नहीं करोगे।
हकीकत :पार्टी ने राज्यसभा मेंबर बनाने के बाद उन्हें पंजाब की कोर कमेटी का मेंबर बनाया। कोर कमेटी में वे अकेले ऐसे मेंबर हैं जो राज्य के पूर्व बीजेपी चीफ नहीं हैं।
2# दावा :एक बड़े नेता के कहने पर बीजेपी में आया। जब मेरे पर केस हो गया तो उसी बड़े नेता के कहने पर सरेंडर किया। अपनी सीट से इस्तीफा देने में 5 मिनट भी नहीं लगाए।
हकीकत :जिस बड़े नेता का नाम लेने से सिद्धू कतराते रहे, कभी उन्होंने उसे अपने राजनीतिक गुरु कहा था। अरुण जेटली ही उन्हें क्रिकेट से पॉलिटिक्स की दुनिया में लाए थे। उनके कहने पर उन्होंने पटियाला में सरेंडर किया था और सुप्रीम कोर्ट में उनके केस की पैरवी भी जेटली ने ही करवाई थी।
3# दावा :सिद्धू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- मैं जानता हूं कि कुछ लोगों के दबाव में मुझे पंजाब से दूर किया जा रहा है लेकिन मैं पंजाब के लोगों को नहीं छोड़ सकता।
हकीकत :उनका इशारा अकाली दल की आेर था। 2009 में जब वह अमृतसर से तीसरी बार जीते और ताज होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो इन्हीं अकालियों के गुण गाने से वे थकते नहीं थे क्योंकि सिद्धू अकाली दल की मदद से जीते थे, जबकि बीजेपी चार सीटों पर बुरी तरह हारी थी।
4# दावा:सिद्धू ने कहा- ये नफा-नुकसान की बात नहीं है दोस्त। ये पहली बार हुआ हो तो भी बर्दाश्त है। लेकिन ये तीसरी-चौथी बार हो रहा है।
हकीकत :सिद्धू पहली बार 1 लाख से ज्यादा वोट से जीते लेकिन जब तीसरी बार मार्जिन 6700 वोट ही रह गया। अमृतसर में उनकी गुमशुदगी के पोस्टर लगे। इस बार अमृतसर में उनकी हार तय मानी जा रही थी।
5# दावा :कैसे छोड़ दे सिद्धू उनको, जिन्होंने हमें 4 बार जिताया। कोई पार्टी पंजाब से ऊपर नहीं।
हकीकत :श्रीगुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के कारण पंजाब जल रहा था, सिद्धू कॉमेडी शो में व्यस्त थे। दो बड़े आतंकी हमले हुए, सिद्धू चुप रहे। पंजाब का पानी छीनने की कोशिश हुई, सिद्धू चुप रहे।
नेता का ऑफर
– कांग्रेस से बर्खास्त किए गए पूर्व सांसद जगमीत बराड़ ने नवजोत सिंह सिद्धू के परिवारवाद के खिलाफ स्टैंड लेने का भी स्वागत किया।
– उन्होंने कहा, वह खुद निजी तौर पर अपने छोटे भाई सिद्धू के पास जाएंगे और उन्हें पंजाबियत महागठबंधन की अगुवाई करने की गुजारिश करेंगे।
मंत्री ने कहा- करेंगे एक्सपोज
– पंजाब में कैबिनेट मंत्री दलजीत सिंह चीमा के मुताबिक सिद्धू ने सेवा के लिए नहीं बल्कि लालच के लिए बीजेपी छोड़ी है।
– अब तक सिद्धू ने जो आरोप लगाए हैं, वे उनको जल्द जनता में एक्सपोज करेंगे कि कथनी और करनी में कितना फर्क है।
– उनका यह आरोप लगाना कि उन्हें पंजाब जाने से रोका गया, गलत है।
सिद्धू को कहा धोबी
– होशियारपुर के कस्बा हरियाना के पास अकाली दल की रैली में पार्टी वुमन विंग की पंजाब प्रधान बीबी जगीर कौर ने सिद्धू को धोबी का… कह डाला।
– सिद्धू के बारे जब उनसे सवाल किया गया तो जगीर कौर ने कहा कि उनकी हालत ऐसी हो गई है कि कि वे ना घर के रहे ना घाट के।