3 दिन पहले जेल में हुई भी मारपीट विचाराधीन कैदी की मौत
अंबेडकरनगर । जिला कारागार (Under Trial Prisoner) में सोमवार को विचाराधीन कैदी (Under Trial Prisoner) राम सागर की मौत बीमारी से नहीं बल्कि चोट लगने के कारण हुई है। ये आरोप राम सागर की पत्नी का है। वही उसकी पत्नी ने आरोप लगाया है कि उसके पति की पीट-पीट कर हत्या की गई है, उसके शरीर पर कई जगह गंभीर चोट के निशान है और सिर से खून का रिसाव हो रहा था।
मृतक कैदी की पत्नी ने अपनी पति की जेल में हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। मामले में पत्नी ने थाना अकबरपुर को प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग किया है। हालांकि जेल प्रशासन का दावा है कि कैदी की मौत बीमारी के कारण हुई है। इसके पहले भी इन लोगो द्वारा उसके पति को मारा पीटा गया था और जान से मारने की धमकी दिया गया था, जिसको उनके पति के द्वारा न्यायलय में रिमांड के दौरान बताया गया था।
मृतका की पत्नी ने मांग किया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। वहीं सूत्रों की मानें तो जेल में तीन दिन पहले हुए मारपीट के मामले में रामसागर को चोट लगी थी, जिसके कारण सोमवार को उसकी हालत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले में जेल अधीक्षक हर्षिता मिश्रा ने बताया कि सीने में दर्द और घबड़ाहट की वजह से बंदी को भर्ती कराया गया था।
जिला जेल में बंद कैदी की मौत कैसे हुई, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा, लेकिन जेल अधीक्षक के दावे और कैदी के शव की स्थित और परिजनों के दावे बिल्कुल अलग है, जंहा जेल अधीक्षक हर्षिता मिश्रा ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि कैदी को सोमवार की सुबह सीने में दर्द और घबराहट की वजह से जिला अस्पताल ले जाया गया था, जंहा उसकी मौत हो गई।