मुठभेड़ में मारी गयी 28 लाख की इनामी नक्सली(Naxalite)

बालाघाट. बालाघाट में शनिवार को मुठभेड़ में मारी गयी दोनों महिला नक्सलियों (Naxalite) के पास से मिली डायरी और सामान ने कई राज खोल दिए हैं. ये दोनों नक्सली दलम में डॉक्टर थीं. इन दोनों महिलाओं पर 14-14 लाख रुपए का इनाम घोषित था. घटना के बाद से पुलिस अलर्ट मोड पर है.
बालाघाट के गढ़ी थाना के कदला जंगल में हॉक फोर्स ने दो महिला नक्सलियों को मार गिराया था. दोनों की शिनाख्त हो गई है. एसपी समीर सौरभ ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि सुनीता और सरिता के पास से हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई है. इसके साथ ही अलग-अलग बीमारियों में उपयोग की जाने वाली दवाइयां, कैची, मलहम आदि सामान मिले हैं. इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों नक्सली दमल में डॉक्टरी का काम करती थीं. वे जंगल के अंदर अपने साथियों का करती थीं.
एक महिला नक्सली के पास से बरामद हुई डायरी
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने कहा मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली सुनीता भोरमदेव एरिया में कमांडर थी. साथ ही टांडा दमल और वर्तमान में विस्तार दमल में काम कर रही थी. उसके पास से एक डायरी भी मिली है, जिसमें वह अपनी आत्मकथा लिख रही थी और एक ही पन्ना लिख पाई थी. इसमें उसने अपना नाम, दलम का नाम, किस साल दलम से जुड़ी ऐसी अन्य बातें लिखी हैं.
राज्यों में दर्ज थे कई मामले
मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले सहित अन्य जिलों में 6 नक्सली दलम सक्रिय हैं. इसमें 100 से ज्यादा हथियारबंद नक्सली हैं. मुठभेड़ में मारी गई दोनों ही महिला नक्सली छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की रहने वाली थीं. सुनीता साल 2015 में विस्तार दलम में शामिल हुई थी उसके ठीक 1 साल बाद सरिता ने 2016 में विस्तार दलम के साथ जुड़कर नक्सलवाद का दामन थामा था. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सुनीता पर हत्या सहित 15 संगीन मामले दर्ज थे. साथ ही सरिता पर 11 मामले मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में दर्ज थे.