20 दिन में बनकर तैयार हुआ अनोखा हॉस्पिटल

मध्य प्रदेश के बैतूल में एक ऐसा हॉस्पिटल बनाया गया है, जिस पर यकीन करना मुश्किल है. इसकी खासियत है कि इसे इमरजेंसी में महज 3 घंटे में कहीं भी शिफ्ट किया जा सकता है. इस हॉस्पिटल में मरीजों के लिए 3-स्टार हॉस्पिटल की तरह सुविधाएं दी गई हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि इस हॉस्पिटल को फोल्ड किया जा सकता. इसलिए इसे बैलून हॉस्पिटल कहा जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, इस हॉस्पिटल को कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए बनाया गया है. इसे की पीटी मेडिकल कंपनी ने अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के साथ तैयार किया है. इसमें 50 मरीजों को एक साथ भर्ती किया जा सकता है. इसमें ICU के साथ-साथ ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था भी है. इस अस्पताल के बनने से बड़ी राहत मिली है. अब बैतूल में जिला अस्पताल को मिलाकर कोरोना मरीजों के लिए 150 बेड हो गए हैं.
दरअसल, ये दो बड़े हाईटेक बलून हैं. इनमें हवाभर कर सभी सुविधाओं के साथ 50 बेड की व्यवस्था की गई है. इस हॉस्पिटल को महज 20 दिन के अंदर तैयार किया गया है. इस बलून हॉस्पिटल को बनाने में जो मटेरियल इस्तेमाल किया गया है वो फायर प्रूफ, स्क्रेच प्रूफ और वॉटर प्रूफ है. यहां डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के लिए अलग कमरों की व्यवस्था की गई है. अंदर से ये पूरी तरह सेंट्रलाइज्ड एसी से लेस हैं. इसका टेम्परेचर भी मेंटेन किया जा सकता है.
इसकी लागत डेढ़ करोड़ है. इसे खड़ा करने के लिए एयर कम्प्रेशर मोटर्स लगाई गई हैं. कम्प्रेसर से गर्म हवा बैलून टेंट में भेजी जाती है. इसके बाद कुछ घंटों में हॉस्पिटल खड़ा हो जाता है. इस बैलून की लंबाई 102 फुट और चौड़ाई 80 फुट है. इसकी छत पर लोहे के ब्रेकेट लगाए गए हैं, ताकि हॉस्पिटल को ऊपर से मजबूती मिले. इसके अंदर एसीपी शीट का इस्तेमाल किया गया है. इससे पार्टिशन और फ्लोर बनाए गए हैं.
इस हॉस्पिटल में 8 ICU बेड, 15 ऑक्सीजन बेड, और 27 सामान्य बेड हैं. निर्माण कंपनी ने ऑक्सीजन पाइप लाइन का सपोर्ट तैयार कर बैड, स्टैंड समेत मरीजों को मिलने वाली अन्य सुविधा तैयार की हैं. हॉस्पिटल में रिसेप्शन एरिया, डॉक्टर लाउंज, एक्जामिनेशन हाल, डॉक्टर, नर्स और मरीजों के लिए शौचालय, मरीजों को भर्ती करने के अलावा अस्पताल में ऑक्सीजन का भी पूरा ध्यान रखा गया है. साइट इंचार्ज रूपेश चौरासे ने बताया कि अस्पताल को सुरक्षित रखने के लिए इसके बाहर टीन की चादरों का घेरा बनाया गया है. मरीजों और अस्पताल की सुरक्षा के लिए 24 घंटे गार्ड्स भी तैनात किए जाएंगे.