2.5 करोड़ आईआरसीटीसी आईडी डीएक्टिवेट, रेलवे ने लिया बड़ा फैसला : बदले गए ये नियम
नई दिल्ली -: भारतीय रेलवे ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिस्टम में हो रहे दुरुपयोग पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 2.5 करोड़ से अधिक आईआरसीटीसी यूजर आईडी को डीएक्टिवेट कर दिया है। संसद में सांसद ए.डी. सिंह के सवाल पर सरकार ने यह जानकारी दी। सरकार ने बताया कि संदिग्ध बुकिंग पैटर्न और फेक यूजर्स की पहचान के बाद ये आईडी निष्क्रिय की गईं। तत्काल टिकट बुकिंग में आए दिन होने वाली समस्याओं के पीछे भी यही फर्जी आईडी और बॉट्स जिम्मेदार थे।
अक्सर देखा गया कि तत्काल टिकट बुकिंग विंडो खुलते ही कुछ ही मिनटों में सारे टिकट गायब हो जाते थे, क्योंकि एजेंट्स बॉट्स का उपयोग करके कर लेते थे, जिससे आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता था। रेलवे के इस कदम से अब यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद है। सरकार ने यह भी बताया कि टिकट बुकिंग सिस्टम में गड़बड़ियों को रोकने के लिए अन्य बदलाव भी किए गए हैं। इमरजेंसी कोटा को लेकर नियम संशोधित किया गया है। पहले इस कोटा के तहत यात्रा वाले दिन ही आवेदन किया जा सकता था, लेकिन अब यात्रा से एक दिन पहले ही इमरजेंसी कोटा के लिए अप्लाई करना होगा। यह कोटा सांसदों, उच्च अधिकारियों, मेडिकल इमरजेंसी और वरिष्ठ नागरिकों के लिए होता है।
रेलवे ने किए ये अहम बदलाव
1 .रिजर्व टिकट अब ‘पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर ऑनलाइन या पीआरएस (कंप्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली) काउंटरों से बुक किए जा सकते हैं।
2 .कुल टिकटों में से लगभग 89त्न टिकट ऑनलाइन माध्यम से बुक हो रहे हैं।
3. पीआरएस काउंटर्स पर डिजिटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
4. 1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट केवल आधार वेरिफाई यूजर्स ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप से बुक कर पाएंगे।
5. एजेंट्स को तत्काल रिजर्वेशन खुलने के पहले 30 मिनट तक टिकट बुक करने से रोका गया है।
6. वेटिंग लिस्ट की स्थिति की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है और मांग बढ़ने पर रेलवे स्पेशल ट्रेनें चला रहा है।