141 साल (141 year)पुराना रिकॉर्ड टूटेगा ?
नई दिल्ली. भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैचों की सीरीज में 2-0 से आगे चल रही है. टीम इंडिया को अगर सीरीज को जीतना है तो इंदौर का मुकाबला अपने नाम करना होगा. सीरीज के तीसरे मुकाबले को जीतने के लिए रोहित शर्मा की टीम को बेहद मुश्किल चुनौती से पार पाना होगा. जो काम पिछले 141 साल (141 year) में नहीं हुआ उसे करने का इरादा लेकर भारतीय टीम शुक्रवार 3 मार्च को मुकाबले के तीसरे दिन के खेल में उतरेगी.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे मुकाबले का फैसला मुकाबले के तीसरे दिन आना है. ऑस्ट्रेलिया के सामने मुकाबले को अपने नाम करने के लिए 76 रन का लक्ष्य है. टीम इंडिया को 10 के 10 विकेट चटकाने हैं. भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी थी और पहली पारी में 109 रन ही बना पाया. ऑस्ट्रेलिया ने 197 रन बनाकर 88 रन की बढ़त हासिल की और भारत को दूसरी पारी में 163 रन पर ढेर कर दिया. अब भारत के सामने मैच जीतने के लिए चमत्कार करने की जरूरत है.
टेस्ट इतिहास में सबसे छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए शर्मनाक हार का रिकॉर्ड किसी और नहीं बल्कि इंग्लैंड के नाम ही दर्ज है. 1882 में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इंग्लैंड को खिलाफ 85 रन के लक्ष्य का बचाव किया था. 77 रन के स्कोर पर इंग्लैंड की टीम सिमट गई थी और ऑस्ट्रेलिया ने 7 रन से मैच जीता था. वैसे भारतीय टीम ने मुंबई के वानखेडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2004 में 107 रन का बचाव करते हुए जीत हासिल की थी.