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मंदी की आहट से शेयर बाजार में हाहाकार : निवेशकों के डूबे 13 लाख करोड़ रूपए

नई दिल्ली. घरेलू शेयर बाजार में लगातार चौथे कारोबारी दिन में भारी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 953.70 अंक लुढ़ककर बंद हुआ। कई देशों के केंद्रीय बैंकों के ब्याज दरों में बढ़ोतरी और वैश्विक बाजारों में मंदी की बढ़ती आशंका के चलते विदेशी निवेशकों की बिकवाली से घरेलू बाजारों में गिरावट आई। कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने का भी निवेशकों के सेंटिमेंट्स पर असर पड़ा।

30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में लगातार चौथे कारोबारी दिन में गिरावट आई और यह 953.70 अंक यानी 1.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,145.22 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 1,060.68 अंक तक गिर गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 311.05 अंक यानी 1.80 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,016.30 अंक पर बंद हुआ। बता दें कि पिछले चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स करीब 2500 अंक टूट गया। 20 सितंबर को सेंसेक्स 59,719.74 अंक पर बंद हुआ था और आज 57,145.22 पर बंद हुआ है।

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एक्सपर्ट का कहना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड रिजर्व के ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि की वजह से डॉलर में तेजी, सुस्त आर्थिक वृद्धि और सतर्क निवेशकों की बढ़ती मांग वैश्विक शेयर बाजारों में उथल-पुथल पैदा कर रही है। ‘इन सबके बीच रुपये में गिरावट, बांड प्रतिफल बढऩे और एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख के साथ घरेलू बाजार नुकसान में रहे। केवल आईटी क्षेत्र लाभ में रहे। इसका कारण यह संभावना है कि वैश्विक मंदी की आशंका का ज्यादातर असर कीमत के रूप में आ चुका है।

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