100 से अधिक मुंगेर के गांवों में घुसा बाढ़ का गंगा पानी
मुंगेर. बिहार में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. राजधानी पटना समेत उत्तर और दक्षिण बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. बिहार के कई जिलों से होकर गुजरने वाली गंगा नदी लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. मुंगेर के दियारा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. दूसरी ओर ग्रामीण सड़कें भी पानी में डूब गयी हैं, जिसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. दियारा क्षेत्र से लगातार लोगों का पलायन जारी है.
सदर प्रखंड की 3 पंचायत कुतलुपुर, जाफरनगर तथा टीकारामपुर एवं बरियारपुर प्रखंड के गंगा पार के झौवा बहियार तथा हरिणमार पंचायत के 100 से अधिक गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. जाफरनगर पंचायत का सीताचरण गांव तथा कुतलुपुर पंचायत का परोरा टोला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. जमीनडिगरी में भी पानी घुस गया है. कुतलुपुर के ही बाबू मधुसूदन सिंह टोला, बानो सिंह टोला, राम सिंह टोला में पानी घुस आया है. सदर प्रखंड के चंडिका स्थान के पास बसे टीकारामपुर गांव में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. सड़कें भी पानी में डूब गई हैं, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ है.
नौवागढ़ी उत्तरी पंचायत के सीताकुंड डीह गांव तक पानी पहुंच गया है. लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए बड़ी संख्या में गांव से निकलने लगे हैं. लोग नाव से सुरक्षित स्थानों की तरफ कूच कर रहे हैं. आदर्श ग्राम टिकरामपुर में प्रशासान द्वारा बनाए गए राहत शिविर में पहुंचे लोगों ने बाढ़ की विभीषिका बताई.
ग्रामीणों ने बताया की पिछले तीन दिनों से कई परिवार यहां पर काफी कठिनाई से रह रहे हैं और किसी तरह अपने तथा अपने बच्चों का पेट भर रहे हैं. उनके गांव में लागभग 5 फिट तक पानी आ गया है. डीएम ने बातचीत के दौरान बताया कि जिले के चयनित शिविरों में कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जा रही है. बाढ़ पीड़ित लोगों की सेवा में जिला प्रशासन तत्पर है. परोरा टोला के लगभग 150 लोगों को रेसक्यू कर लखीसराय जिले के मध्य विद्यालय अमरपुर में ठहराया गया है. शहर के मध्य विद्यालय शेरपुर में लगभग 20 परिवारों ने शरण लिया है. यहां शरण लेने वालों में शहरी क्षेत्र के चौखंडी एवं चंडीस्थान मुहल्ले के बाढ़ प्रभावित लोग हैं.