हेलमेट पहनने को बच्चे हैं मजबूर

बीजिंग: चीन में आजकल छोटे बच्चों को घर के अंदर भी हेलमेट पहने देखा जा सकता है. हालांकि, ऐसा वो अपनी मर्जी से नहीं कर रहे, बल्कि पैरेंट्स द्वारा उन्हें पूरे दिन हेमलेट लगाने को मजबूर किया जा रहा है. अब इस ‘मजबूरी’ की वजह भी जान लेते हैं. दरअसल, चाइनीज मां-बाप को लगता है कि खास तरह के हेलमेट उनके बच्चे के सिर को गोल रखेंगे और वे देखने में सुंदर लगेंगे. इसलिए बच्चों को जबरन हेमलेट पहनाए जा रहे हैं.
चीन के अधिकांश पैरेंट्स इन दिनों एक अजीबोगरीब चलन फॉलो कर रहे हैं. छोटे-छोटे बच्चों की नरम खोपड़ी को आकार देने के लिए उन्हें खास किस्म का हेलमेट पहनाया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये हेलमेट बच्चों की खोपड़ी को गोल रखता है और उन्हें देखने में सुंदर बनाता है. हालांकि इससे बच्चे को कितनी परेशानी होती होगी, इस पर किसी का ध्यान नहीं है.
चीनी कंपनियां भी इस अजीबोगरीब ट्रेंड का खूब फायदा उठा रही हैं. वे हेड करेक्शन के लिए तरह-तरह प्रोडक्ट बाजार में उतारकर पैसा कमाने में लगी हैं. इन प्रोडक्ट्स में हेलमेट से लेकर स्पेशल मैट और पिलो भी शामिल हैं. दावा किया जा रहा है कि ऐसे प्रोडक्ट से बच्चों का सिर चपटा होने से बचेगा और गोल दिखेगा. यहां गौर करने वाली बात ये है कि एक वक्त था, जब बच्चों का चपटा सिर सौभाग्य का प्रतीक माना जाता था और बच्चों इस तरह सुलाया जाता था कि उनका सिर चपटा हो जाए.
इन स्पेशल हेलमेट्स को बच्चे दिन में ज्यादा से ज्यादा समय तक लगाए रखते हैं, ताकि उनके सिर का शेप उनके पैरेंट्स के अनुसार सही रहे. चीनी महिलाओं का तर्क है कि दांतों के लिए जो काम ब्रेसेज़ करते हैं, वही हेलमेट सिर कर लिए करता है. ज्यादातर महिलाएं अपनी बेटियों के लिए सिर को गोल करने वाले हेलमेट खरीद रही हैं, क्योंकि इससे आगे चलकर उनकी सुंदरता बढ़ेगी. हेलमेट की कीमत हजारों से लाखों में है. दावा किया जा रहा है कि 3 महीने की उम्र से अगर ये हेलमेट बच्चों को लगाए जाते हैं, तो 1 महीने में ही रिजल्ट दिखने लगते हैं.