अंतराष्ट्रीय

सड़क दुर्घटना में मरने वालो में सबसे ज्यादा भारती ही जाने क्या कहती है रिपोर्ट ?

वाशिंगटन: भारत में सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं. केंद्र सरकार की ओर से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. दुनिया में वाहनों का सिर्फ एक प्रतिशत भारत में है, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में 10 प्रतिशत मौतें इस देश में होती है. सड़क सुरक्षा) पर विश्व बैंक की हालिया रिपोर्ट में यह जानकारी साझा की गई है. दक्षिण एशिया के लिए विश्व बैंक के उपाध्यक्ष हार्टविग साफरने कहा कि भारत सरकार ने हाल के वर्षों में सड़क सुरक्षा से जुड़े मुद्दों के हल के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं.

वाइस प्रेसिंडेंट हार्टविग के मुताबिक, ‘भारत में विश्व के वाहनों की संख्या महज एक फीसदी है, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में 10 फीसदी लोगों की मौत भारत में ही होती है. भारत में हमें इस चीज पर ध्यान देने की जरूरत है.’

हार्टविग ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते पिछले साल इस पर से ध्यान हट गया, लेकिन अभी सड़क सुरक्षा और महामारी के बीच एक रोचक संबंध है. उन्होंने ये भी कहा, ‘दुर्भाग्य से, सड़क हादसों की संख्या में कमी नहीं आ रही हैं और अस्पतालों में किसी भी वक्त 10 प्रतिशत क्षमता का इस्तेमाल सड़क दुर्घटना के घायलों के लिए ही किया जाता है.’

साफर ने ये भी कहा सड़क दुर्घटनाओं के शिकार दरअसल गरीब और आबादी का सबसे कमजोर तबका होता है. अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों पर इसका कहीं अधिक प्रभाव पड़ता है.’
साफर के मुताबिक अच्छी चीज यह है कि भारत सड़क सुरक्षा के मामले में कुछ प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत ने अपने मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम में संशोधन किया. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि तमिलनाडु में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत में 25 प्रतिशत की कमी हुई है. उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में विश्व बैंक सड़क सुरक्षा मानकों और संस्थागत पहलुओं में मदद कर रहा है.

उन्होंने ये भी कहा कि इस बड़ी चुनौती से निपटने के लिए सुरक्षित बुनियादी ढांचा बनाना एक मुख्य पहलू है. उन्होंने कहा, ‘हमें सुनिश्चित करना होगा कि समुचित मात्रा में ‘रोडसाइड बैरियर’ हों. सड़कें सुरक्षित हों. वाहन भी सुरक्षित हों. और वाहनों की जांच की उपयुक्त प्रणाली बनानी होगी’. राजमार्गों के आसपास आपात स्वास्थ्य सेवा की सुविधा सड़क सुरक्षा की चुनौती से निपटने में एक बड़ा योगदान देती है.

साफर ने कहा, जब हम राजमार्गों की योजना बनाते हैं तब हमें यह भी सुनिश्चित करने की जरूरत है कि दुर्घटना के पीड़ित एक घंटे के अंदर चिकित्सा सुविधा पाएं. यह अक्सर ही जीवन और मृत्यु को तय करता है. ‘उन्होंने कहा कि जिन देशों में विश्वसनीय प्रवर्तन हैं वहां सड़क दुर्घटनाओं की संख्या घट रही हैं. उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व्यक्तिगत रूप से सड़क सुरक्षा के प्रति बहुत ही प्रतिबद्ध हैं.’

विश्व बैंक की सड़क दुर्घटना रिपोर्ट, 2019 के मुताबिक भारत में 2019 में 449,002 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 1,51,113 लोगों की मौतें हुई और 4,51,361 लोग घायल हुए थे. वहीं ये भी गौरतलब है कि गडकरी ने पिछले महीने कहा था कि भारतीय सड़कों पर दुर्घटनाओं में प्रतिदिन 415 लोगों की मौत होती है. और सड़क हादसे में 70 फीसदी मौतें 18 से 45 वर्ष की आयु वर्ग में होती हैं.

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