स्पेन का एक आश्चर्यजनक मामला ,पैदा हुऐ बच्चे में कॅरोना से लड़ने की छमता बयस्क के बराबर
मैड्रिड: ऊपर वाले की बनाई दुनिया कुदरत के अजूबों और चमत्कारों से भरी पड़ी है. धरती में जिन डॉक्टरों को भगवान का दर्जा मिला है वो भी अक्सर असंभव सी कामयाब सर्जरी को ऊपर वाले की मेहरबानी बता देते हैं. ऐसे ही एक मामले की बात करें तो कोरोना वायरस महामारी की सेकेंड वेव के बीच पिछले हफ्ते स्पेन के इबीजा आइलैंड में जन्मा एक बच्चा सुर्खियों में है.
इस बच्चे को स्पेन के पहले नवजात बच्चे का टैग मिला है जिसके पैदा होने के साथ ही उसके शरीर में कोरोना एंटीबॉडीज मौजूद थीं. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, नवजात की मां ने प्रेंगनेंसी की तीसरी तिमाही कोरोना वैक्सीन लगवाई थी.
मलोरका के सोन एस्पेसिस अस्पताल ने बच्चे की गर्भनाल के नमूने का परीक्षण करने के बाद मैड्रिड अस्पताल के उप निदेशक मैनुएल ग्रांडल मार्टिन ने शुक्रवार को कहा कि नवजात के शरीर में कोरोना संक्रमण से मुकाबला करने की क्षमता ठीक उस शख्स के बराबर है जो अपनी कोरोना वैक्सीन लगवा चुका हो.
नवजात ब्रूनो का केस अब वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के शोध और स्टडी का विषय बन चुका है. नतीजा सामने आने के बाद प्रेग्नेंट महिलाओं पर कोविड-19 के असर का अध्यन कर रहे वैज्ञानिकों को शोध के नए आयाम मिल सकते हैं. शोध में और भी अहम जानकारियां सामने आई हैं. शोध में शामिल महिलाओं में से 88 प्रगेनेंसी के दौरान ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आईं थीं. इनमें से कुछ एसिंपटोमेटिक महिलाएं भी थीं जिनके शरीर में कोरोना संक्रमण का एक भी लक्षण मौजूद नहीं था.
ऐसे में कुछ एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि इन नतीजों से गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की संभावना के द्वार खुल सकते हैं. जिससे वो और उनके बच्चे दोनों कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित हो सकें.