सीएम वसुंधरा राजे ने पलटवार किया !!

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में बयान दिया था कि महाराणा प्रताप और अकबर के बीच युद्ध सत्ता संघर्ष था। अब इसपर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने पलटवार किया है। वसुंधरा राजे ने महाराणा प्रताप और अकबर के बीच की लड़ाई को सत्ता नहीं बल्कि राष्ट्र सुरक्षा संघर्ष बताया है। उनका कहना है कि महाराणा प्रताप अकबर से युद्ध राष्ट्र सुरक्षा के लिए लड़ी थी। वसुंधरा ने कहा कि महराणा प्रताप ने आजीवन मातृभूमि की रक्षा का संकल्प लिया था।
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पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर लिखा कि, ” महाराणा प्रताप व अकबर के संघर्ष को सिर्फ़ सत्ता की लड़ाई बताकर कांग्रेस ने मेवाड़ के स्वाभिमानी इतिहास को ललकारा है। महाराणा प्रताप ने आजीवन मातृभूमि की रक्षा का संकल्प जारी रखा।” उन्होंने आगे ट्वीट कर लिखा कि, ” अकबर के साथ #MaharanaPratap का युद्ध सत्ता संघर्ष नहीं, बल्कि राष्ट्र सुरक्षा का संघर्ष था। उन्होंने मेवाड़ के स्वाभिमान की खातिर जंगलों में घास की रोटियां तक खाई, ऐसे पराक्रमी योद्धा के अपमान पर कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से जनता से माफी मांगनी चाहिए।”
भाजपा ने अपने शासनकाल
मालूम हो कि हाल ही में नागौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण शिविर में गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि भाजपा ने अपने शासनकाल में राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे जुड़ी संस्थाओं की मंशा के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार किए थे। डोटासरा ने कहा था कि महाराणा प्रताप और अकबर के युद्ध को धार्मिक लड़ाई बताकर पाठ्यक्रम में शामिल करवा रखा था, जबकि यह सत्ता संघर्ष के लिए था। भाजपा हर चीज को हिंदू-मुस्लिम के धार्मिक चश्मे से देखती है। डोटासरा ने कहा था- “महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुई लड़ाई को धार्मिक लड़ाई बताकर पाठ्यक्रम में करवा रखा है शामिल, जबकि ये था सत्ता का संघर्ष, भाजपा हर चीज को हिन्दू-मुस्लिम के धार्मिक चश्मे से है देखती।” वसुंधरा राजे ने गोविंद सिंह डोटासरा के इसी बयान पर पलटवार किया है।