सरकार ने बताया असली कारण?
नई दिल्ली। सरकार के विशेषज्ञों का कहना है कि अन्य देशों की तुलना में कोरोना वायरस बीमारी (कोविड -19) के कारण भारत में कम मरीज मर रहे हैं। सरकारी विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि बड़े पैमाने पर जो मौतें हुई हैं, उसका कारण है कि मरीज देर से अस्पताल पहुंच रहे हैं।
भारत में प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से मृत्यु दर 106 है, जबकि यही आंकड़ा वैश्वैक तौर पर 216 है। यानी जहां भारत में प्रति दस लाख आबादी पर 106 मरीज मर रहे हैं, वहीं दुनिया में 216 मौतें हो रही हैं। वहीं, वैश्विक संख्या 10 के मुकाबले भारत में पिछले सात दिनों में प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दो मौत के मामले सामने आए हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है।
कोरोना पर मीडिया ब्रीफिंग के दौरान डॉ. वीके पॉल ने कहा कि आबादी के हिसाब से मौतों की संख्या कम है और हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि अधिकांश पॉजिटिव केस जो गंभीर हैं, देर से अस्पताल आते हैं; जब उनकी हालत काफी बिगड़ गई होती है। उन्होंने कहा कि कोरोना की जटिलताओं से बचने के लिए समय पर परीक्षण और चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है।
आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में नई मौतों और नए मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आई है। भारत में हम वर्तमान में प्रति दस लाख की आबादी पर 7,300 कोरोना के मामले देख रहे हैं, जबकि वैश्विक आंकड़े 9,600 मामले प्रति दस लाख की आबादी पर हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि मध्य सितंबर के बाद से कोविड-19 के मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। यह देखने से पता चलता है कि देश काफी हद तक इस बीमारी को नियंत्रित करने में कामयाब रहा है।
बुधवार सुबह आठ बजे तक जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार 333 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 1,46,444 हो गई है। 96,63,382 लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं, जिसके साथ ही संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 95.69 हो गई है जबकि कोविड-19 मृत्युदर 1.45 प्रतिशत है। कोविड-19 उपचाराधीन रोगियों की संख्या लगातार दूसरे दिन तीन लाख से कम रही।
आंकड़ों के अनुसार, देश में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 2,89,240 है जो कुल संक्रमितों का 2.86 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ से अधिक हो गई थी।