सरकार ने उठाया ये कदम, लाखों लोगों ने किया अप्लाई

नई दिल्ली। लॉकडाउन की वजह से रेहड़ी-पटरी वालों को बल देने के लिए केंद्र सरकार ने स्वनिधि योजना की शुरुआत की है। कोरोना संकट के बीच लॉन्च पीएम स्वनिधि योजना का लाभ बड़े पैमाने पर लोग उठा रहे हैं।
पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत 2 जुलाई 2020 को हुई थी। जिसके अंतर्गत 25 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। वही अब तक 12 लाख से ज्यादा लोगों के आवेदन मंजूर हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश में 6.5 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसमें से 3.27 लाख आवेदनों को मंजूरी दी गई है। उत्तर प्रदेश में स्वनिधि योजना के ऋण समझौते के लिए स्टैम्प शुल्क माफ किया गया है।
कोरोना के चलते सभी उद्योग प्रभावित
कोरोना के चलते बड़े उद्योग से लेकर छोटे दिहाड़ी मजदूर तक सभी प्रभावित हुए हैं। जिसके बाद उद्योग-धंधे फिर से शुरू हो गए हैं। लेकिन अब भी ऐसे लोग है जो रेहड़ी-पटरी या फिर खोमचा लगाकर अपने परिवार का गुजारा करते थे।
लेकिन अब इन लोगों को कारोबार शुरू करने के लिए मोदी सरकार स्वनिधि योजना के ज़रिए पूंजी मुहैया कराई जा रही है। पीएम स्वनिधि योजना शुरू होने से सड़क किनारे बसे रेहड़ी लगाकर अपना व्यापार करने वालों इस बात से बेहद खुश हैं।
पीएम मोदी ने कही ये बात
बता दें, कि इस योजना के तहत बगैर किसी गारंटी के स्ट्रीट वेंडर्स को अधिकतम 10 हजार रुपये तक का कर्ज मिलता है। सड़कों के किनारे फल-सब्जी बेचने वाले, चाय-पान की दुकान चलाने से लेकर सैलून, ठेले, रेहड़ी-पटरी वालों को इस योजना के तहत लोन मिलता है।
पीएम मोदी ने आगे कहा की अगर कोई पैसे के अभाव से रेहड़ी-पटरी नहीं लगा पा रहे हैं तो बिना गारंटी आप पीएम स्वनिधि योजना के तहत 10,000 रुपये तक लोन ले सकते हैं। जिसके लिए उन्हें नजदीकी बैंक में जाकर इस योजना के तहत 10 हजार रुपये लोन लेकर करोबार शुरू कर सकते हैं। इस योजना के तहत देश में 50 लाख से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों को लाभ पहुंचाने की तैयारी है।