समाजवादी पार्टी सीधे नामों का सार्वजनिक ऐलान जाने इन लोगों के नाम
लखनऊ। प्रत्याशियों की पूरी लिस्ट पहली बार सार्वजनिक की है। अभी तक समाजवादी पार्टी सीधे नामों का सार्वजनिक ऐलान करने के बजाय खामोशी से प्रत्याशियों को बुलाकर कर उन्हें सिंबल के लिए फार्म ए और बी दे रही थी। सिर्फ गठबंधन की सीटें ही घोषित की जा रही थी। सोमवार को जारी की गई उम्मीदवारों की लिस्ट में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल से, रामपुर सीट से आजम खां, स्वार सीट से उनके बेटे अब्दुल्ला आजम बेहट से और शिवपाल सिंह यादव जसवंतनगर से समेत 159 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। समाजवादी पार्टी ने सोमवार को 159 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी। इनमें पहले, दूसरे, तीसरे व चौथे चरण की सीटें शामिल हैं।
आजम और अब्दुल्ला का भी नाम
सपा अभी तक जिलों में ही टिकट जारी कर रही थी। इसको लेकर भाजपा ने सपा की खिंचाई भी की थी। इसी के बाद सोमवार को पार्टी ने अब तक जारी टिकटों की संयुक्त सूची सार्वजनिक कर दी है। इसमें पहले चरण वाले प्रत्याशियों के नाम भी हैं जिनके नामांकन पत्र भी भरे जा चुके हैं। पहली सूची में 31 मुस्लिम व 18 यादवों को टिकट दिया गया है। सपा ने 31 अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों पर भी भरोसा जताया है। इस सूची में 11 महिलाओं को टिकट दिया गया है। जेल में बंद चल रहे पूर्व मंत्री मो. आजम खां रामपुर से चुनाव लड़ेंगे। उनके बेटे रामपुर की स्वार सीट से फिर चुनाव लड़ेंगे।
समाजवादी पार्टी ने जारी की अब तक के प्रत्याशियों की पूरी सूची
2017 में भी वे स्वार सीट से चुनाव जीते थे, किंतु फर्जी जन्मतिथि के मामले में सजा होने के कारण उनकी सदस्यता रद कर दी गई थी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रायबरेली की ऊंचाहार सीट से अपने विधायक मनोज पांडेय पर भरोसा जताते हुए फिर टिकट दिया है। चर्चा यह थी कि भाजपा से सपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य इस सीट से बेटे उत्कृष्ट मौर्य के लिए टिकट मांग रहे हैं। उत्कृष्ट 2017 में भाजपा व 2012 में बसपा के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं।
दोनों बार उन्हें मनोज पांडेय ने ही हराया। कैराना से नाहिद हसन व सहारनपुर नगर से संजय गर्ग को फिर टिकट दिया गया है। अखिलेश मैनपुरी की करहल व शिवपाल सिंह यादव जसवंतनगर से चुनाव लड़ेंगे। सपा ने आठ ब्राह्मण व छह वैश्य समाज के नेताओं को भी टिकट दिया है। सपा की 159 सीटों में 28 सीटें ऐसी हैं जिसमें उसे 2017 में जीत मिली थी। इसमें से 21 सीटों पर फिर से अपने विधायकों को टिकट दे दिया है। सात सीटें ऐसी हैं जिसमें टिकट बदले गए हैं।
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हरिओम यादव व नितिन अग्रवाल भाजपा में चले गए हैं। मुरादाबाद व कुंदरकी का भी टिकट बदल दिया गया है। दूसरे दलों से सपा में आए नेताओं को बड़ी संख्या में टिकट दिए गए हैं। भाजपा सरकार में मंत्री धर्म सिंह सैनी को नकुड़ से टिकट मिला है। बसपा से सपा में शामिल हुए सीताराम कुशवाहा को झांसी से प्रत्याशी बनाया गया है।
सीताराम 2012 और 2017 के विधान सभा चुनाव में बसपा से किस्मत आजमा चुके हैं। दोनों बार वे दूसरे स्थान पर रहे थे। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे आरएस कुशवाहा को सपा ने निघासन से टिकट दिया गया है। स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी विधायक रोशन लाल वर्मा को शाहजहांपुर की तिलहर सीट से टिकट दिया गया है। वहीं, नीरज मौर्य को जलालाबाद से टिकट दिया गया है।