अंतराष्ट्रीय

सबसे गरीब देश नाइजर में कोरोना का एक भी केस नहीं

नाइजर:दुनिया के सबसे गरीब देश नाइजर में कोरोना संक्रमण के मामले शून्य होने और इससे कम आबादी वाले संपन्न देशों में कोरोना का कहर देखकर वैज्ञानिक हैरान हैं। नाइजर में मरीजों के अभाव के कारण अस्पतालों के कोविड वार्ड महीनों से खाली हैं, तो वेंटीलेटर समेत अन्य मशीनें धूल फांक रही हैं। इस अफ्रीकी देश ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति और विकास पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों को एक अलग केस स्टडी करने के लिए मजबूर कर दिया है।

करीब 2.3 करोड़ आबादी वाले इस देश में बीते कई दिनों से कोरोना का एक भी नया मामला नहीं मिला है। नाइजर में कोरोना रोधी वैक्सीन की मांग ना के बराबर है। इसके कारण सरकार अन्य देशों या संस्थाओं से मिले दान के टीके की हजारों खुराकें निर्यात कर रही है।
अच्छी संख्या में आबादी होने के बावजूद इस देश में कोरोना संक्रमण से अब तक कुल केवल 5573 मामले मिले हैं और महामारी से कुल 193 लोगों की मौत हुई है। कोरेाना के सक्रिय मरीजों की संख्या 109 है, जिनमें से दो मरीज गंभीर हैं। कोरोना संक्रमण ना के बराबर होने के कारण यहां के ज्यादातर लोग मास्क लगाने की आदत से अपरिचित हैं।
नाइजर मानव विकास सूचकांक के आधार पर दुनिया का सबसे गरीब देश है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी 189 देशों की सूची में लगातार 189वें नंबर पर रहा है। पश्चिमी अफ्रीका के इस सबसे बड़े देश का 80 फीसदी इलाका सहारा मरुस्थल का हिस्सा है, इसलिए कृषि योग्य उपजाऊ जमीन कम है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र ने ऊंची जन्म दर और गरीबी को देखते हुए नाइजर में बड़े पैमाने पर संक्रमण की आशंका जताई थी। संयुक्तराष्ट्र ने महामारी से लाखों लोगों के मरने की आशंका व्यक्त की थी। लेकिन कोरोना का नाजर पर असर ना के बराबर दिखा। कोरोना ने अन्य अफ्रीकी देशों में जमकर कहर बरपाया, लेकिन नाइजर के लोग अब भूलने लगे हैं कि कोरोना भी कोई वायरस है।

नाइजर से कम आबादी वाले देश बेहाल
देश अब तक कुल कोरोना संक्रमित (लाख में ) कुल आबादी (लाख में)
इजरायल 8.51 93.2 नार्वे 1.34 54.6 लातविया 1.38 18.6 हंगरी 8.08 96.3 ग्रीस 4.5 100

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button