शादी से इंकार करने पर पूर्व प्रेमी ने चलवाई थीं गोलियां

नई दिल्ली। शाहदरा के मानसरोवर पार्क में मां-बेटी पर गोलियां बरसाने के मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों बिलाल, अब्दुल सलाम उर्फ सलमान, कामिल और साहिल को गिरफ्तार कर इनके पास से एक पिस्टल व पांच जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
आरोपी बिलाल पूर्व प्रेमिका मेहद से शादी करना चाहता था लेकिन उसके शादीशुदा होने का पता चलने पर युवती और उसके घर वालों ने इंकार कर दिया था। इससे गुस्साए बिलाल ने मेहद की हत्या के लिए यूपी के तीन बदमाशों को चार लाख में सुपारी दी और 30 नवंबर की रात चारों मेहद के घर पहुंचकर गोलियां चलाने लगे। इस दौरान मेहद को बचाने आई मां शमा खान की गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि घायल मेहद की जान अस्पताल में लंबे इलाज के बाद बचाई जा सकी।
डीसीपी अमित शर्मा ने बताया कि 30 नवंबर को मानसरोवर पार्क में गोलीबारी की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो 46 वर्षीय शमा खान और उनकी बेटी 23 वर्षीय मेहद गोली लगने से घायल थीं। पुलिस दोनों को अस्तपाल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने शमा खान को मृत घोषित कर दिया था, जबकि लंबे उपचार के बाद मेहद के स्वास्थ्य में सुधार हुआ। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि गाजियाबाद के लोनी के रहने वाले बिलाल ने अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया है।
बिलाल और मेहद एक दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन इसी साल अगस्त में जब मेहद को पता चला कि बिलाल शादीशुदा है तो उसने उससे दूरी बना ली। वहीं मेहद के परिवार वाले भी बिलाल के साथ गाली-गलौज करते थे। बिलाल 30 नवंबर को सलाम, कामिल और साहिल के साथ मेहद के घर पहुंचा और शादी का प्रस्ताव रखा, लेकिन मेहद और उसके परिवार वालों ने मना कर दिया। इसके बाद बिलाल ने हवाई फायरिंग की, जबकि उसके साथियों ने शमा और मेहद पर गोलियां बरसा दी थी।
बिलाल ने बताया कि वह 2019 में यूपी के चांदपुर आयोजित एक शादी समारोह में गया था, जहां उसकी मुलाकात सलाम, कामिल और साहिल से हुई थी। तीनों ने बताया था कि वे आपराधिक किस्म के हैं और जरूरत पड़ने पर काम आ सकते हैं। जब मेहद बिलाल को नजरअंदाज करने लगी तो उसने उसकी हत्या की साजिश रची और बिजनौर स्थित चांदपुर के रहने वाले तीनों बदमाशों से संपर्क किया। बिलाल ने सलाम को चार लाख रुपये की सुपारी दी। सलाम ने कुछ दिन पहले आकर रेकी भी की थी और फिर 26 नवंबर से तीनों दिल्ली में आकर रहने लगे थे। इसके बाद 30 नवंबर की रात बिलाल के साथ मेहद के घर पहुंचकर वारदात को अंजाम दिया। बिलाल पर पहले से दो आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।