विरोधी राजनीतिक दलों ने ममता बनर्जी पर चुनाव उल्लंघन का आरोप;

कोलकाता । विरोधी राजनीतिक दलों ने बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। भाजपा, कांग्रेस व वाममोर्चा के नेताओं ने सवाल किया कि सूबे की 108 नगरपालिकाओं के चुनाव की घोषणा होने के कुछ देर बाद ही ममता ने प्रशासनिक बैठक कैसे की?
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गौरतलब है कि राज्य चुनाव आयोग ने गुरुवार सुबह इन नगरपालिकाओं के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की थी और उसके कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री ने नेताजी इंडोर स्टेडियम में राज्य के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व नंदीग्राम से भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक करके यह बता दिया है कि वह चुनाव आयोग के नियम-कानून को नहीं मानतीं और नगरपालिकाओं के चुनाव में प्रशासन उनकी पार्टी का होकर काम करेगा। माकपा की केंद्रीय कमेटी के सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि इससे साफ समझ में आ रहा है कि राज्य चुनाव आयोग सरकार के नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद को कानून से ऊपर मानती हैं। राज्य चुनाव आयोग और प्रशासन निर्लज्ज होकर उनका दास बनकर काम कर रहा है।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह आचरण स्वाभाविक है। ममता ने मुख्यमंत्री रहते पिछले 11 वर्षों में कभी कानून व्यवस्था को माना हो या संविधान का सम्मान किया हो, ऐसा उदाहरण देखने को नहीं मिलता।
दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं का तर्क है कि प्रशासनिक बैठक पूर्व नियोजित थी। नगरपालिका चुनाव की तारीख की घोषणा उससे कुछ घंटे पहले अचानक से कर दी गई थी। ऐसे में बैठक को टालना संभव नहीं था। बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व नंदीग्राम से भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक करके यह बता दिया है कि वह चुनाव आयोग के नियम-कानून को नहीं मानतीं और नगरपालिकाओं के चुनाव में प्रशासन उनकी पार्टी का होकर काम करेगा। माकपा की केंद्रीय कमेटी के सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि इससे साफ समझ में आ रहा है कि राज्य चुनाव आयोग सरकार के नियंत्रण में है।