खेल

वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर पर पहुंचे नीरज चोपड़ा

नई दिल्ली. भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स रैंकिंग में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. 23 साल के नीरज के 1315 प्वाइंट हैं. जेवलिन थ्रो में जर्मनी के जोहानस वेटर (1396) टॉप पर हैं. पोलैंड के मार्सिन क्रुकोवस्की तीसरे, चेक गणराज्य के जैकब वाडलेजच चौथे और जर्मनी के जूलियन वेबर पांचवें नंबर पर हैं. नीरज चोपड़ा ने टोक्यो खेलों में 87.58 मीटर भाला फेंककर देश को एथलेटिक्स में पहला ओलंपिक पदक दिलाया था. वह ओलंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं.

ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा का लक्ष्य अब अगले वर्ष अमेरिका में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना है. विश्व चैंपियनशिप अमेरिका के इयुगेन में इस वर्ष होनी थी लेकिन कोविड-19 के कारण टोक्यो ओलंपिक को एक साल के लिये स्थगित किये जाने के बाद इसे 2022 में आयोजित करने का फैसला किया गया. अब इसका आयोजन 15 से 24 जुलाई 2022 के बीच होगा.

चोपड़ा ने कहा, ‘‘मैं एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों में पहले ही स्वर्ण पदक जीत चुका हूं और अब मेरे पास ओलंपिक का स्वर्ण पदक भी है. इसलिए मेरा अगला लक्ष्य अगले वर्ष विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना है. विश्व चैंपियनशिप बड़ी प्रतियोगिता है और कभी कभी यह ओलंपिक से भी कड़ी होती है. मैं इस ओलंपिक स्वर्ण पदक से ही संतुष्ट नहीं होने वाला हूं. मैं इससे भी बेहतर प्रदर्शन करना चाहूंगा तथा एशियाई खेल, राष्ट्रमंडल खेल और ओलंपिक में फिर से स्वर्ण पदक जीतना चाहूंगा. ’’

इस 23 वर्षीय सुपरस्टार को इसके अलावा लगता है कि राष्ट्रीय खेलों में पांचवें स्थान पर रहने के बावजूद भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) का उन्हें राष्ट्रीय शिविर में शामिल करना उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट था. राष्ट्रीय शिविर से जुड़ने से पहले चोपड़ा पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में अभ्यास कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘हम अच्छा अभ्यास कर रहे थे लेकिन सुविधाएं, उपकरण, आहार वहां (पंचकुला) अच्छे नहीं थे लेकिन एक बार जब मैं राष्ट्रीय शिविर (एनआईएस पटियाला) से जुड़ा तो सब कुछ बदल गया.’’

चोपड़ा ने कहा, ‘‘मुझे बेहतर सुविधाएं, बेहतर आहार और बेहतर उपकरण राष्ट्रीय शिविर से जुड़ने के बाद ही मिले. सबसे महत्वपूर्ण यह अहसास था कि मैं देश के सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक एथलीटों के साथ अभ्यास कर रहा था. यह अलग तरह का अहसास था.’’

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