रेल किराए में छूट का सीनियर सिटीजन्स (Senior citizens) को करना होगा इंतजार

नई दिल्लीः ट्रेन में सफर करने वाले बुजुर्गों (Senior citizens) (60 साल के अधिक उम्र के लोग) के लिए यह बुरी खबर है. कोरोनाकाल से पहले रेल किराए में मिलने वाली छूट के लिए उन्हें अभी और इंतजार करना होगा. लोकसभा में एक लिखित का सवाल का जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को किराए में मिलने वाली छूट पर कोरोना के दौर में लगी पाबंदी फिलहाल जारी रहेगी. रेलवे की कमाई घटने को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है.
तीन कैटेगरी से हटी पाबंदी
यानि जिन्हें लग रहा था कि जिस तरह से कोरोना संबंधी सारी पाबंदियां हटा ली गईं हैं वैसे ही किराए में छूट पर लगी पाबंदी को भी खत्म कर दिया जाएगा, उनके लिए यह मायूस करने वाली खबर है. हालांकि रेल मंत्री ने यह नहीं बताया कि यह पाबंदी कब तक जारी रहेगी. इंडियन रेलवे सीनियर सिटीजन्स समेत कई अन्य कैटेगरी के यात्रियों को रेल किराए में छूट देती है। फिलहाल रेलवे ने तीन कैटेगरी के यात्रियों को किराए में मिलने वाली छूट पर से पाबंदी हटा ली है. इनमें चार तरह के दिव्यांगजन, 11 तरह की बीमारियों से पीड़ित मरीज और छात्र शामिल हैं.
छूट से रेलवे पर बोझः रेल मंत्री
अपने लिखित जवाब में रेल मंत्री ने बताया कि कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन और उसके बाद ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा था. इसका असर रेलवे की कमाई पर भी पड़ा. रेल मंत्री के जवाब के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान रेलवे को यात्री किराए से होने वाली कमाई में काफी गिरावट आई है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि किराए में मिलने वाली छूट से रेलवे पर बड़ा बोझ पड़ता है. ऐसे में वरिष्ठ नागरिकों समेत कुछ अन्य कैटेगरी के यात्रियों को किराए में मिलने वाली छूट पर पाबंदी जारी रहेगी.
बता दें कि वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में छूट मिलती है जिसे कोरोना महामारी शुरू होने के बाद लगे पहले संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान मार्च 2020 से बंद कर दिया गया था. उस समय सरकार ने कहा था कि चूंकि ट्रेनें चल नहीं रही हैं इसलिए किराए में मिलने वाली सभी तरह की छूटों पर रोक लगाने का फैसला किया गया है. इसके बाद ट्रेनें दोबारा शुरू की गईं लेकिन सीनियर सिटीजन्स को मिलने वाली छूट नहीं शुरू की गई.