राज्यसभा टिकट का झांसा देकर ठगे 13.35 लाख
साहिबगंज । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को धमकी देने एवं साहिबगंज जिले के बरहड़वा के दो लोगों को ब्लैकमेल करने के आरोप में 11 सितंबर 2020 को बिहार के पूर्णिया से गिरफ्तार कृष्ण कुमार सिंह उर्फ सिद्धांत सिंह बेहद शातिर है। पिछले साल ओडि़शा के निलेश कुमार नामक युवक के साथ मिलकर हिमाचल प्रदेश के एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा का टिकट दिलाने के नाम पर उसने 13.35 लाख रुपये ठग लिए। ठगे जाने का अहसास हुआ तो उसने धर्मशाला थाना में दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। धर्मशाला पुलिस ने निलेश को दबोचा तो उसने इस ठगी में शामिल सिद्धांत का काला सच उगल दिया। धर्मशाला पुलिस 11 जनवरी को साहिबगंज आई और ट्रांजिट रिमांड पर सिद्धांत को ले गई। अब यूपी पुलिस भी रिमांड पर लेने की तैयारी में है।
यूपी के कानपुर में सेना में बहाली के नाम पर ठगी का आरोप- उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी उस पर शिक्षक व सेना में बहाली के नाम पर दर्जनों लोगों को ठगने का आरोप है। इस मामले में वह जेल भी गया था। जमानत पर छूटने के बाद से गायब हो गया। साहिबगंज में उसकी गिरफ्तारी की सूचना के बाद कानपुर पुलिस ने भी उसे रिमांड पर लेने के लिए बरहड़वा पुलिस से संपर्क किया है।
उत्तर प्रदेश के मंत्री के बेटे के रूप में देता था अपना परिचय – पिछले साल सिद्धांत सिंह ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का आइजी एके सिंह बता कर बरहड़वा के पत्थर व्यवसायी व झामुमो नेता को झांसा में लिया। झामुमो नेता से उसने कुछ रुपये भी झटक लिए। शंका हुई तो झामुमो नेता पुलिस से शिकायत की और वह पकड़ा गया। सिद्धांत बरहड़वा थाना के ग्रामसीर में 2008 में उत्तर प्रदेश से आया था। पोली सिंह नामक युवती से शादी कर यहीं रहने लगा था। उनकी दो पुत्री है। ग्रामसीर में रहने के दौरान उत्तर प्रदेश में बलिया जिला के धोकटी थाना के करणछपरा स्थित पैतृक आवास पर जाता था। बरहड़वा में लोगों को वह अपना परिचय यूपी सरकार के मंत्री के बेटे के रूप में देता था। उसके घर पर जयराम सिंह, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री का नेम प्लेट भी लगा है। वह बरहड़वा में एक बड़े नेता की तरह घूमा करता था।
यूपी पुलिस का भगोड़ा सिपाही –सिद्धांत सिंह जब बरहड़वा पहुंचता था तो उनके आगे पीछे कुछ युवक मंडराने लगते थे। आगे पीछे घूमनेवाले युवकों के लिए वह खाने पीने का इंतजाम भी करता था। कुछ दिनों तक वह भाजपा नेताओं के संपर्क में भी रहा। जब भी बाहर से वह बरहड़वा आता था तो उसने पास नई कार होती थी। कुछ दिन रहने के बाद जब वह जाता था तो कार को आधी कीमत पर बेच देता था। कृष्ण कुमार सिंह ने पूछताछ में साहिबगंज पुलिस को बताया था कि 1998 से 2000 तक फैजाबाद में पुलिस कांस्टेबल था। एक बार वह बीमार पड़ गया तो उसने पुलिस की नौकरी छोड़ दी। उसने बाकुड़ी में पत्थर खदान का भी संचालन कर चुका है। कई बार कुछ तालाबों की बंदोबस्ती भी अपने नाम करायी।सितंबर 2020 में पूर्णिया से गिरफ्तार कृष्ण कुमार सिंह उर्फ सिद्धांत सिंह बहुत बड़ा ठग है। उसके खिलाफ मुंबई, धर्मशाला, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में मामले दर्ज हैं। बरहड़वा थाने में ठगी के दो मामले दर्ज हैं। एक मुकदमे में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।