यदि सरकार घाटी में विकासकार्यों से बदलाव लाए तो बिना जंग मिल सकता है पीओके
- राज्यपाल के अनुसार, अगर कश्मीर के विकास की चमक पीओके तक पहुंची तो मैं गारंटी देता हूं कि वहां एक साल के अंदर विद्रोह होगा
- राज्यपाल ने कहा- हमारे जिन मंत्रियों को विदेश मामलों पर ज्यादा मौका नहीं मिलता, वह भी आजकल पीओके छीन लेने की बात कह रहे
श्रीनगर. जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार को कहा कि यदि सरकार घाटी में विकासकार्यों से बदलाव लाती है तो पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को वापस पाने के लिए जंग लड़ने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमें कश्मीर के लोगों को विशेष दर्जे की तरह विशेष सम्मान भी देना होगा। यह सम्मान ऐसा होना चाहिए कि पाकिस्तान भी देखे।
उन्होंने कहा कि अगर हम इतने विकासकार्य करते हैं, जिसकी चमक पीओके पहुंचे तो मैं गारंटी देता हूं कि एक साल के अंदर पीओके में विद्रोह होगा। वहां का हर नागरिक यह कहना शुरू कर देगा कि वह कश्मीर जाना चाहता है।हमारे कुछ मंत्री भी हैं, जिन्हें विदेश मामलों पर बोलने का ज्यादा मौका नहीं मिलता। वह भी आजकल कह रहे हैं कि पीओके पर कब्जा कर लेंगे।
प्रशासन लोगों को सबकुछ उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध
मलिक ने कहा अगर हमारा अगला लक्ष्य पीओके हासिल करना है तो हम इसे कश्मीर में तरक्की करके हासिल कर सकते हैं। प्रशासन लोगों को वह सबकुछ उपलब्ध करवाना चाहता है, जिसे पाने का उनका अधिकार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार जम्मू कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार कश्मीर के लोगों को अपेक्षा से अधिक विकास कार्य करना चाहती है।