रहस्यमय बुखार से जूझ रहा गोरखपुर का ये गांव, 12 दिन में 11 की मौत
रहस्यमय बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बीते एक पखवारे में कई गुना बढ़ गई है। हर गांव में प्रतिदिन एक से दो मौतें हो रही है। क्षेत्र के बैरिया खास में 12 दिन के अंदर 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें सिर्फ एक में कोविड की तस्दीक हुई थी। ग्रामीणों ने प्रशासन से कोविड टेस्ट में तेजी लाने की मांग की है।
जिले के दक्षिणांचल स्थित बड़हलगंज से बैरियाखास गांव 17 किमी दूर हैं। इस गांव की आबादी करीब सात हजार है। एक पखवारे पूर्व ग्रामीणों को पहले सर्दी, बुखार, खांसी शुरू हुई। कुछ दिन बाद स्थिति गम्भीर होने पर लोग गांव में ही मरने लगे। कुछ की मौत इलाज के दौरान हुई। ज्यादातर की कोविड जांच नहीं हुई थी। ग्रामीणों का कहना है कि कोविड टेस्ट में बड़ी संख्या में संक्रमित मिल सकते हैं।
गांव के प्रधान बैरिस्टर यादव ने बताया कि गांव में बीमारी का प्रकोप 15 से 20 दिन से है। 28 अप्रैल को अवतारी देवी (65) की मौत घर पर हुई। उन्हें तेज बुखार था। परिजन घरेलू इलाज करते थे। बीते दो मई को छविलाल (84) की मौत हुई। उन्हें तेज बुखार था। इसके दो दिन बाद ही तेज बुखार से मुक्खुत गुप्ता (70) व कैलाशी देवी (70) की मौत हो गई। पांच मई नरेश प्रजापति (60) की तबीयत बिगड़ी। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां इलाज से पहले उन्होंने दम तोड़ दिया। सात मई को बालकुंवर (80) की मौत घर पर हुई। इसी दिन गांव की भागी देवी(68) की मौत आजमगढ़ में कोविड से हुई। उन्हें तीन दिन पहले इलाज के लिए ले जाया गया था। शनिवार को तीन लोगों की मौत हुई। देवाजीत (50) व इसरावती (58) की मौत गांव में हुई। इन्हें तेज बुखार के साथ सांस लेने में परेशानी हो रही थी। जबकि बुखार व सर्दी-जुकाम से जूझ रहे बालकिशुन (60) की मौत शहर के निजी हास्पिटल में हुई। रविवार को नंदलाल साहनी (52) की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें परिजन इलाज के लिए बड़हलगंज वाहन से ले जा रहे थे। उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
प्रधान ने दी अधिकारियों को सूचना
एक ही गांव में इतनी संख्या में हुई मौत से ग्रामीण दहशत में हैं। ग्राम प्रधान बैरिस्टर यादव ने जिलाधिकारी को मोबाइल पर मामले की जानकारी दी। उन्होंने गांव में बृहद पैमाने पर कोविड टेस्ट कराने की मांग की है। सोमवार को जांच टीम आयेगी। प्रधान ने कहा कि जिस घर मौतें हुई हैं। वहां जांच जरूरी है।