रनिया रिफाइंड फैक्ट्री में लगी आग, मची अफरा-तफरी
कानपुर देहात । औद्योगिक क्षेत्र रनियां के राजेंद्रा-चिरौरा रोड पर तेल फैक्ट्री में लगने से अफरा-तफरी मंच गई। दमकल कर्मियों की मदद से आग पर करीब चार घंटे बाद काबू पाया गया। बुधवार की जल्दी सुबह करीब 04:30 बजे राजेंद्रा से चिरौरा गांव की ओर जाने वाली सड़क पर स्थित आरपी आयल रिफाइंड फैक्ट्री में अचानक आग लग गई। आग ने कुछ ही समय में विकराल रूप ले लिया। सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। आग से फैक्ट्री में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। माती सहित चार स्टेशनों आई दमकल की गाडियों की मदद ली गई। आग की चपेट में टीन सेड, पाइप लाइनें अन्य कई नुकसान की जानकारी मिली है। यह फैक्ट्री लगभग छह माह से बंद बताई जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक दोबारा शुरू करने के लिए इस समय दिन में मेंन्टीनेश का काम चल रहा था। बुधवार की सुबह लगभग साढे चार बजे ब्लाइंड के पास तेल से सने कपडों में आचनक आग गई। नाइट शिफ्ट में सेक्योरिटी गार्ड मनोज ओझा फैक्ट्री में राउंड लगा रहे थे। तभी उन्हे आग जलती हुई दिखाई दी। घटना की जानकारी फैक्ट्री संचालक अजय अग्रवाल को दी।मौके पर पहुचे संचालक ने घटना की जानकारी रनियां पुलिस व फायर बिग्रेड को दी। माती फायर स्टेशन से तीन फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां पहुंची। आग का भयावह रूप को देख रसूलाबाद, भोगनीपुर, सिकंदरा व एचपीसीएल के दमकल वाहनों को बुलाया गया। आग बुझाने में फायर कर्मियों की मदद आरती आयल रिफाइंड फैक्ट्री के डायरेक्टर किशन लाल शर्मा ने की उन्होंने अपनी फैक्ट्री दमकल गाडिय़ों के लिए पानी की भरपूर व्यवस्था की और दमकल कर्मियों को तेल की आग पर काबू पाने के लिए फॉर्म के कैन दिए। आग को करीब सुबह नौ बजे काबू में पाया गया। हालांकि कि इस बड़ी घटना में कोई हताहात नहीं हुआ है। घटना की सूचना पर पहुंचे सीओ सदर संदीप सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुरेद्र सिंह व कोतवाल तुलसीराम पांडेय। फैक्ट्री संचालक ने बताया कि फैक्टरी में कच्चा तेल बनाया जाता था। पिछले छह माह से फैक्टट्री बंद है। दोबारा संचालित कराने के लिये मंटीनेश काम दिन में चल रहा है। आग से लोहे की चद्दर व लोहे के टैंक में नुकसान हुआ है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जिले की सभी दमकल वाहनों के सहित कानपुर नगर से बुलाई गई दमकल वाहनों को लेकर आग पर काबू पाया गया। बगल में स्थथि फैक्ट्री आरती ऑयल यूनिट ऑफ राजस्थान लिकर्स ने आग को बुझाने में भरपूर मदद की। उन्होंने ने करीब दस टैैंक पानी की व्व्यवस्था की और तेेल की आग बुझाने के लिए फॉम के कैन दिए।