योगी ने कहा- आईआईएम लखनऊ के साथ मिलकर एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने के लिए प्लान तैयार
- पिछले रविवार को भी योगी के मंत्री पहुंचे थे आईआईएम लखनऊ
- बेहतर कार्य संस्कृति और प्रबंधन को लेकर आयोजित होंगे कई सत्र
लखनऊ. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आईआईएम के साथ मिलकर उप्र के समग्र एवं समावेशी विकास को लेकर प्लान तैयार कर लिया गया है। इससे हमें एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचने में काफी मदद मिलेगी। यह मुश्किल काम जरूर है लेकिन असंभव नहीं। राज्य में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, बस इसके लिये अलग अलग क्षेत्रों में निवेश तेजी से बढ़ाना होगा। इसको लेकर काम चल रहा है।
सीएम ने कहा कि एक टीम वर्क के लिए इस तरह का आयोजन किया गया है। लक्ष्यों को कैसे प्राप्त कर सकते है, इसके लिए टीमवर्क जरूरी है। आज इस लिए यह बैठक हो रही है। मुझे विश्वास है जब आईआईएम जैसी संस्थान के साथ मिल कर एक बड़ी दिशा में काम के सकते हैं। प्रथम चरण सकारात्मक रहा। 22 सितंबर को दुबारा बैठेंगे।
आईआइएम रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मंथन का एक विशेष कार्यक्रम आइआइएम के साथ शुरू किया है। पहले चरण में मंत्रियों के साथ बैठ कर सुशासन का रोडमैप तैयार करने के लिए बैठक हुई थी। आज सभी मंत्री व अधिकारियों को भी इस बैठक में शामिल किया गया है। एक टीम वर्क के लिए आज यह बैठक है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लक्ष्यों को कैसे प्राप्त कर सकते है। इस लिए टीम वर्क जरूरी है। आज इस विषय पर अध्ययन होगा। मुझे विश्वास है कि हम आइआइएम जैसे संस्थान के साथ मिल कर एक बड़ी दिशा में काम के सकते है। प्रथम चरण सकारात्मक रहा। आज दूसरा चरण है। जिसके लिए हम आई आई एम जा रहे हैं। 22 सितंबर को तीसरा चरण होगा जिसमें हम फिर एक बार बैठेंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रियों के लिए रविवार को भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), लखनऊ में लीडरशिप डवलपमेंट प्रोग्राम ‘मंथन-2’ का आयोजन किया गया था। इसमें शामिल होने के लिए सभी मंत्री आईआईएम पहुंचे। मंत्रियों के साथ सीएम योगी भी मौजदू थे। यहां कई अलग-अलग सत्र आयोजित किए गए जिसमें प्रोफेसर मंत्रियों को बेहतर कार्य संस्कृति और अच्छा प्रबंधन करने का गुर सिखाया।
इससे पहले भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में पिछले रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रियों ने बेहतर विजन व कार्यशैली विकसित करने और निर्णयों को कुशल प्रबंधन के माध्यम से जमीन पर उतारने का पाठ पढ़ा।
आईआईएम के प्रोफेसरों ने मंत्रिमंडल के सदस्यों के सामने सवाल भी रखे। मंत्रियों से कहा था कि यूपी की अर्थव्यवस्था को 10 खरब डॉलर की बनाने के लिए प्राथमिकता के 10 सेक्टर क्रमबद्ध ढंग से लिखकर दें। प्राथमिकता निर्धारण, आर्थिक मामलों के अध्ययन के तरीकों और कुशल राजनीतिक नेतृत्व के बारे में भी उनके साथ विस्तार से विचार-विमर्श किया।