ये जीती-जागती ‘लाश’ करती है बातें

थाईलैंड :इजिप्ट से मिले ममियों ने कई तरह के राज के द्वार खोल दिए हैं. ममी यानी डेड बॉडी को ख़ास तरह के लेप में लपेट कर सहेजना. ममी बन जाने के बाद लाश सड़ती नहीं. वो हमेशा के लिए प्रिजर्व हो जाती है. इजिप्ट के पिरामिड्स की खुदाई में ऐसे कई ममी हाथ लगे हैं. लेकिन ममी कल्चर से बेहद अलग होता है सेल्फ ममिफिकेशन . ममी बनाने के लिए लाश को अच्छे से लेप में कवर करना पड़ता है. लेकिन सेल्फ ममिफिकेशन में इंसान खुद को मौत से पहले अंदर और बाहर से पूरी तरह सूखा लेता है. मौत के बाद बस बॉडी को ताबूत में डालना होता है. ऐसे ही एक शख्स की तस्वीरें सामने आई है, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि वो खुद को मौत से पहले ममी में बदल रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल होती इस शख्स की तस्वीरें आपको भी हैरान कर देगी. कहा जा रहा है कि ये शख्स 163 साल का है. ये शख्स थाईलैंड का रहने वाला है. वहां एक अस्पताल से उसकी फोटोज सामने आई, जिसे देखने के बाद लोगों की आंखें फ़टी रह गई. दावा किया जा रहा है कि ये शख्स एक बौद्ध भिक्षु है और खुद को ममी में बदल रहा है. लेकिन Snopes द्वारा किये गए फैक्ट चेक में ये बात गलत साबित हुई. इस शख्स की असली उम्र 109 साल है. इसका नाम लुआंग Pho Yai है. लुआंग वैसे तो सच में एक बौद्ध भिक्षु है लेकिन अभी तक ये कन्फर्म नहीं हुआ है कि क्या वो खुद को ममी में बदल रहा है?
022 जनवरी से उसे थाईलैंड के डान खुन थॉट अस्पताल में एडमिट किया गया है. वहीं से उसके वीडियोज पोस्ट किये जाते हैं. उसकी पोती अपने दादा की हालत की अपडेट लोगों को देती रहती है. लुआंग खुद से खाना खा लेता है. साथ ही एक्सरसाइज भी करता है. उसके परिवार वाले उससे मिलने अस्पताल आते रहते हैं. उसकी पोती ने भी कंफर्म किता कि उसके दादा की उम्र 109 साल है. उसने अपने दादाजी के बारे में लोगों से किसी तरह की अफवाह ना फैलाने की अपील की है.
क्या है सेल्फ ममिफिकेशन?
अब बता दें कि सेल्फ ममिफिकेशन क्या है? इसे Sokushinbutsu भी कहते हैं. इसे जापान के बौद्ध भिक्षु करते हैं. इसमें इंसान अपनी बॉडी को जीत-जागते ममी के बदलने की शुरुआत करता है. इसमें सेल्फ डिसिप्लिन के जरिये इंसान अपनी बॉडी को अंदर से सूखा लेता है. बॉडी में पानी की कमी की जाती है जिससे स्किन पूरी तरह सुख जाती है. इसके बाद मौत होने पर बॉडी में पानी बचता ही नहीं है, जिसकी वजह से बॉडी सड़ती नहीं है. हालांकि, अभी तक ये कंफर्म नहीं हुआ है कि क्या वाकई लुआंग भी यही प्रक्रिया कर रहे हैं या नहीं?